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नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11 हजार करोड़ से ज्यादा के महाघोटाले के आरोपी नीरव मोदी से केवल सरकार ही परेशान नहीं है, बल्कि सूरत में उसकी हीरा कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी भी उसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सूरत के स्पेशल इकोनॉमिक जोन में नीरव मोदी की जो दो हीरा कंपनियां चल रही हैं, उसके कर्मचारियों ने बकाया तनख्वाह को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
बकाया सैलरी के लिए कर्मचारियों ने खोला मोर्चा-
नीरव मोदी की डायमंड कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी दीपक इंगले ने बताया कि, “कंपनी प्रबंधन ने एसईजेड में मौजूद दो कंपनियों को बंद कर दिया है। इससे 700 से ज्यादा कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। कंपनी प्रबंधन ने इन्हें दूसरी नौकरी ढूंढने के लिए कह दिया है। ऐसे में कर्मचारियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं, क्योंकि उन्हें तनख्वाह भी नहीं मिली है और नौकरी भी हाथ से चली गई। कंपनी प्रबंधन का रुख देखकर कर्मचारियों को बकाया तनख्वाह नहीं मिलने का भी डर सता रहा है।
कर्मचारी दीपक इंगले ने बताया कि, प्रबंधन ने हमें कहा है कि वो कर्मचारियों को जनवरी और फरवरी महीने की तन्खवाह नहीं दे पाएगी, क्योंकि कंपनी के सभी बैंक खाते सीबीआई और ईडी ने ने फ्रीज कर दिए हैं। ऐसे में कर्मचारी अब सरकार से ये मांग कर रहे हैं कि वो कंपनी के किसी एक खाते को चालू करवाए, ताकि उन्हें बकाया सैलरी मिल सके।
पीएनबी स्कैम का खुलासा होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने हीरा कारोबारी नीरव मोदी की फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और फायरस्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारकर 900 करोड़ से ज्यादा के स्टॉक जब्त कर लिया था।
ईडी ने सीबीआई की एफआईआर के आधार पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट यानी पीएमएलए के तहत नीरव मोदी और उसके बिजनेस पार्टनर मेहुल चोकसी के खिलाफ 14 फरवरी को पहला मामला दर्ज किया था। वहीं सीबीआई ने नीरव मोदी के अलावा उसकी पत्नी, भाई और मेहुल चोकसी के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक को 280 करोड़ का चूना लगाने के मामले में 31 जनवरी को एफआईआर दर्ज की थी।