ऋषिकेश :ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट द्वारा महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती पूर्णानंद घाट में श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया। कथा में भगवान श्री राम और कृष्ण जन्म का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथावाचक साध्वी सुमन भागवत कथा का महत्व बताते हुए प्रभु श्री राम एवं श्री कृष्ण जन्म प्रसंग का इतना सुंदर बखान किया सभी लोग भावविभोर हो गए।
कृष्ण जन्म के प्रसंग शुरू होते ही पूर्णानंद घाट में मौजूद श्रद्धालु नंद के घर आनंद भया जय कन्हैया लाल की भजनों के साथ झूम उठे। वहीं श्रद्धालुओं ने आतिशबाजी कर मक्खन मिश्री के प्रसाद का भोग लगाकर वितरित किया। राम जन्म के प्रसंग के दौरान श्रीराम विवाह प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मां सीता के विवाह के लिए हो रहे धनुष यज्ञ प्रकरण के दौरान जब कोई भी राजा धनुष नहीं तोड़ पाए तो राजा जनक परेशान हो गए। इसके बाद गुरू की से भगवान राम ने धनुष को तोड़ा। कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने दुष्टों का नाश करने के लिए ही धरती पर जन्म लिया था। इस धरती को अधर्म से मुक्ति दिलाई।
कथा में साध्वी सुमन ने कहा कि जीवन में जब भी भगवत नाम सुनने का अवसर प्राप्त हो, उससे विमुख नहीं होना चाहिए। साथ ही जन्म जन्मांतर के पापों का अंत भी होता है। भागवत महापुराण के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए बताया कि जब जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब तब परमात्मा अवतार धारण करके धरती पर धर्म की स्थापना करते हैं। भागवत कथा के दौरान डॉ.रीना पुरी ने अपने अदभुत नृत्य-कला से सबका मन मोह लिया। डॉ. रीना पुरी की शानदार प्रस्तुति पर पूरा कार्यक्रम करतल ध्वनि से गूंज उठा।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी जी, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विशाल भट्ट, डॉ. ज्योति शर्मा, वंदना, आदि उपस्थित थे।