नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पर्यावरण की रक्षा के लिये देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्लास्टिक कचरे की रिसाइकिलिंग के प्रयोगों की प्रशंसा की है और कहा है कि इस तरह के प्रयोगों से पर्यावरण मजबूत होगा तथा देश भी आगे बढ़ेगा।
श्री मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में इन प्रयोगों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘मध्यप्रदेश के झाबुआ में, कुछ ऐसा शानदार हो रहा है, जिसे आपको जरूर जानना चाहिए। वहाँ पर हमारे सफाई-कर्मी भाई-बहनों ने कमाल कर दिया है। इन भाई-बहनों ने हमें ‘वेस्ट टू वेल्थ’ का संदेश सच्चाई में बदलकर दिखाया है। इस टीम ने झाबुआ के एक पार्क में कचरे से अद्भुत कलाकृतियां तैयार की हैं। अपने इस काम के लिए उन्होंने आसपास के क्षेत्रों से प्लास्टिक कचरे, इस्तेमाल की हुई बोतलें, टायर और पाइप इकट्ठा किए। इन कलाकृतियों में हेलीकॉप्टर, कार और तोपें भी शामिल हैं। खूबसूरत हैंगिंग फूलदान भी बनाए गए हैं। यहाँ इस्तेमाल किए गए टायरों का उपयोग आरामदायक बेंच बनाने के लिए किया गया है। सफाई कामगारों की इस टीम ने रिड्यूज़, रीयूज़, और रिसाइकिल का मंत्र अपनाया है। उनके प्रयासों से पार्क बहुत ही सुंदर दिखने लगा है। इसे देखने के लिए स्थानीय लोगों के साथ ही आसपास के जिलों में रहने वाले भी यहाँ पहुँच रहे हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि आज हमारे देश में कई सारी स्टार्ट अप टीम भी पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए ऐसे प्रयासों से जुड़ रही है। ई-कॉन्शस नाम की एक टीम है, जो प्लास्टिक कचरे का उपयोग पर्यावरण अनुकूल उत्पाद बनाने में कर रही है। इसका आइडिया उन्हें हमारे पर्यटन स्थलों, विशेषकर पहाड़ी इलाकों में फैले कचरे को देखकर आया। ऐसे ही लोगों की एक और टीम ने ईकोकारी नाम से स्टार्ट अप शुरू किया है। ये प्लास्टिक कचरे से अलग-अलग खूबसूरत चीजें बनाते हैं।
उन्होंने कहा कि खिलौना रिसाइकिलिंग भी ऐसा ही एक और क्षेत्र है, जिसमें हम मिलकर काम कर सकते हैं। आप भी जानते हैं कि कई बच्चे कितनी जल्दी खिलौनों से ऊब जाते हैं, वहीं, ऐसे बच्चे भी हैं, जो उन्हीं खिलौनों का सपना सँजोए होते हैं। ऐसे खिलौने जिससे अब आपके बच्चे नहीं खेलते, उन्हें आप ऐसी जगहों पर दे सकते हैं, जहाँ, उनका उपयोग होता रहे। ये भी पर्यावरण की रक्षा का एक अच्छा रास्ता है। हम सब मिलकर प्रयास करेंगे, तभी पर्यावरण भी मजबूत होगा और देश भी आगे बढ़ेगा।