नौसेना की जांबाज अधिकारियों ने केप हॉर्न पार किया

asiakhabar.com | February 15, 2025 | 3:41 pm IST

नई दिल्ली। स्वदेशी नौका तारिणी पर नाविका सागर परिक्रमा अभियान पर निकली नौसेना की दो जांबाज अधिकारियों ने समुद्र की विषम परिस्थितियों में दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी छोर पर स्थित केप हार्न को सफलतापूर्वक पार करके इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया है।
नौसेना के प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि लगातार बारिश, समुद्र की विषम स्थिति, 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा और 5 मीटर से अधिक ऊंची लहरों के बीच लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए ने समुद्र के रास्ते दुनिया का चक्कर लगाने के अभियान के दौरान यह सफलता हासिल की।
यह मार्ग नाविकों को ड्रेक पैसेज से होकर ले जाता है जो एक खतरनाक जलमार्ग है और तेज हवाओं, ऊंची लहरों तथा अप्रत्याशित मौसम के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र की परिस्थितियाँ सबसे अनुभवी नाविकों की भी परीक्षा लेती हैं। ड्रेक पैसेज का नाम अंग्रेजी खोजकर्ता सर फ्रांसिस ड्रेक के नाम पर रखा गया है जिन्होंने दक्षिण अमेरिका के दक्षिण में एक खुले समुद्री मार्ग के अस्तित्व की पुष्टि की थी।
इन कठिन जलक्षेत्रों का साहसपूर्वक सामना करने के बाद, अधिकारियों ने अब “ केप हॉर्नर्स ” का प्रतिष्ठित खिताब अर्जित किया है। यह खिताब पारंपरिक रूप से उन नाविकों को दिया जाता है, जिन्होंने पाल के नीचे केप हॉर्न को सफलतापूर्वक नेविगेट किया है।
केप हॉर्न अंटार्कटिका से लगभग 800 किलोमीटर (432 समुद्री मील) की दूरी पर स्थित है, जो इसे बर्फीले महाद्वीप के सबसे नज़दीकी भूमि बिंदुओं में से एक बनाता है। इस क्षेत्र से यात्रा करने के लिए न केवल असाधारण नौवहन विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है, बल्कि दक्षिणी महासागर की कठोर परिस्थितियों के प्रति लचीलापन भी आवश्यक है।
नौसेना की दोनों अधिकारी पिछले वर्ष दो अक्टूबर को इस अभियान पर निकली थी।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *