खडगे मानसिकता सनातनी समाज के सामने ठीक वैसे जैसे हनुमानजी के सामने बहुरूपिया कालनेमि

asiakhabar.com | January 31, 2025 | 5:17 pm IST

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े जी ने सनातन हिंदू धर्म के महा उत्सव महाकुंभ पर जिस नफरती मानसिकता के साथ बयान दिया है उसकी मैं सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट संदीप त्यागी रसम कडे शब्दो में निंदा करता हूं
मैं संदीप त्यागी रसम कुंभ क्षेत्र में हुई त्रासदी में दिवंगत हुए लोगो की आत्मा की शांति प्रार्थना के साथ श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रशासन से मुस्तैद रहने व सामाजिक संगठनो व अखाडो से सहयोग लेने की अपील करता हूं
मैं संदीप त्यागी रसम मल्लिकार्जुन खडगे जी से उनकी आयु का ध्यान रखते हुए समस्त समाज की तरफ से जानना चाहता हूं कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष खडगे सच में निष्पक्ष तर्कवादी हैं तो आप यह कहने का साहस कब तक करेंगे कि “गंगा नहाने हज करने वहाँ जाकर शैतान को कंकड़ मारने अजमेर में चादर चढ़ाने मस्जिद में नमाज़ पढऩे सहित चर्च में मोमबत्ती जलाने से गऱीबी ख़त्म नहीं होगी। आप यह कब तक बता पायेंगे कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष माननीय सांसद राहुल गांधी के निंदनीय बयान से कितने सहमत हो कि मंदिर जाने वाले लड़कियां छेडते हैं
क्या आप इस निंदनीय बयान में सिर्फ मंदिर तक ही रूके रहेंगे या चर्च मस्जिद आदि इबादत स्थलों को भी जोडना पसंद करेंगे मैं संदीप त्यागी रसम मल्लिकार्जुन खडगे जी आपसे जानना चाहता हूं कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी अपने बयान में अन्य मजहबी स्थलों को भी लडकी छेडऩे से जोडने की अपील कब करेंगे मल्लिकार्जुन खडगे ने कांग्रेस के अंग्रेज संस्थापक ए ओ ह्यूम की फूट डालो मानसिकता से प्रभावित होकर कुंभ पर जो आपत्तिजनक बयानबाजी की है उससे सनातनी समाज बेहद आहत है
मैं संदीप त्यागी रसम आशा करता हूं कि आपकी याददाश्त पर आपकी उम्र का असर नही हुआ होगा अगर कुछ समस्या है तो सनातनी योग में लम्बी गहरी स्वास लेकर स्वास्थ्य आरोग्य प्रमाणिक रूप से मिलता है सच्चा व सार्थक तर्कवाद समस्त धर्म मजहब पर प्रश्न चिन्ह लगाने की हिम्मत रखता है ठ्ठखडगे मानसिकता का दूषित तर्कवाद को सनातनी आस्था और परम्परा का मज़ाक उड़ाने की हिम्मत सेक्युलर हिंदुओं के कारण हो रही है जो हिंदू खडगे जैसो का समर्थन करते हैं वह अपने धर्म का अपमान करते हैं अपने आराध्य की अवज्ञा करते हैं सनातनी समाज किसी खडगे या किसी गांधी को भी अपनी आस्था पर कुठाराघात करने की अनुमति नही देता है यहां यह भी विचारणीय प्रश्न है कि अगर आलोचना में समभाव नही है तो आप जैसे किसी भी आलोचक को बहुरूपिया क्यों न समझा जाये। किसी की भी आस्था का मज़ाक क्यों बनाना चाहिए लेकिन समस्या यह है कि आपकी नफऱत भारतीय सनातनी आस्था से है।आप सिफऱ् कुंभ गंगा और भारतीय सनातनी आस्थाओं पर ही सवाल खड़े करते हैं।
आपका तुष्टिकरणवादी रवैया आपको इस्लाम व ईसाईयों पर ऐसे ही सवाल उठाने से रोकता है।आप मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को सहलाकर उनका वोट लेना चाहते हैं लेकिन सनातनी आस्था के प्रति आप संवेदनशील नहीं हैं।
मै एडवोकेट संदीप त्यागी रसम आपसे जानना चाहता हूं कि क्या यही आपका तर्कवाद है?क्या यही आपकी धर्मनिरपेक्षता है?
मैं संदीप त्यागी रसम अपील करता हूं कि मल्लिकार्जुन खडगे प्रियका गांधी राहुल गांधी अपने कुतर्कवाद से पुष्ट निंदनीय बयान पर माफी मांगे विषय की गम्भीरता को समझते हुए सोनिया गांधी माफी मांगते हुए मल्लिकार्जुन खडगे प्रियंका गांधी व राहुल गाधी को भी कान पकड़कर माफी मांगने के निर्देश दें।


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