लखनऊ। कारवां स्टूडियो लखनऊ में साहित्यिक संस्था “जश्न-ए-आवारगी” के बैनर तले मंचो से दूर नवोदित रचनाकारों के लिए विशाल साहित्यिक आयोजन किया गया जिसमें कई जनपदों से आए कवि एवं कवित्रियों ने प्रतिभाग किया। कारवां स्टूडियो लखनऊ में ओज के सशक्त हस्ताक्षर युवा कवि नेम सिंह द्वारा आयोजित इस साहित्यिक अनुष्ठान में मुख्य अतिथि के रूप में शाहजहांपुर से पधारे प्रेरणा पत्रिका संपादक हास्य व्यंग्य कवि विजय तन्हा ने विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ किया, कार्यक्रम में लगभग 50 से अधिक कवि एवं कवित्रियों ने सहभागिता की सभी की बेहतरीन प्रस्तुति पर उपस्थित जन समूह द्वारा करतल ध्वनि से उत्साहवर्धन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विजय तन्हा ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कवि ईश्वर की कृति है और कविता कवि की कृति, कवि का दायित्व होता है कि वो समाज की कुरीतियों को अपनी कविता के माध्यम से समाज के सम्मुख प्रस्तुत करे और समाज को सदमार्ग पर चलने का संदेश दे।
कार्यक्रम आयोजक नेम सिंह ने विचार व्यक्त करते हुए कहा आयोजन का मुख्य उद्देश्य नवोदित रचनाकारों व कलाकारों को मंच देकर उनकी कला को निखारना और साहित्य को बढ़ावा देना है। इस आयोजन में आगरा, गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, सीतापुर, रायबरेली, बनारस, दिल्ली, गाजियाबाद आदि जनपदों से रचनाकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए काव्य पाठ किया। कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथि विजय तन्हा एवं कार्यक्रम आयोजन नेम सिंह द्वारा सहभागिता निभाने वाले सभी कवि एवं कवियित्रियों को पटका पहनाते हुए प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।कार्यक्रम आयोजक नेम सिंह द्वारा मुख्य अतिथि विजय तन्हा को अंग वस्त्र एवं मोमेंटो भेंटकर सम्मानित किया गया, मंच संचालन एडवोकेट शाहरुख नूर व तन्नू सिंह ने किया।
कार्यक्रम के समापन पर आयोजक नेम सिह द्वारा आमंत्रित सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।