सिलीगुड़ी। सपने तो सब देखते हैं, मगर कुछ लोग ही पूरी मेहनत और लगन के दम पर अपने सपनों को पूरा कर पाते हैं। अनुराग लंकड्री उनमें से ही एक हैं, जिन्होंने अपने हुनर के दम पर दार्जिलिंग की फेमस टॉय ट्रेन का छोटा मॉडल तैयार किया है।
अनुराग दार्जिलिंग हिमालय रेलवे (डीएचआर) की प्रतिकृतियां बनाते हैं। इसे बनाने के लिए वह धातु की शीट और अपशिष्ट वस्तुओं का उपयोग करते हैं और उनके इस काम की दूर-दूर तक सराहना होती है। अनुराग ने कहा, ‘मेरी डीएचआर मॉडल ट्रेन को थैंक्स, जिसकी वजह से मुझे यूरोपीय रेलवे विशेषज्ञों के साथ म्यांमार और थाईलैंड में विभिन्न ट्रेन देखने का अवसर मिला।’
अनुराग ने आगे कहा कि, ‘मेरी इच्छा है कि दार्जिलिंग क्षेत्र के हर घर में मेरी बनाई हुई डीएचआर मॉडल ट्रेन हो, क्योंकि यह रेलगाड़ी के साथ हमारे लोगों के करीबी संबंध को दिखाएगी। बता दें कि ट्रेन का मॉडल बनाना कोई आसान काम नहीं है। केवल प्रशंसकों को यह पता होगा कि दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे का इंजन कितना सटीक है।
दार्जिलिंग हिमालयन रेल को ‘टॉय ट्रेन’ के नाम से भी जाना जाता है भारत के राज्य पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलने वाली एक छोटी लाइन की रेलवे प्रणाली है। इसका निर्माण 1879 और 1881 के बीच किया गया था और इसकी कुल लंबाई 78 किलोमीटर (48 मील) है।