
रायपुर/नई दिल्ली। अबूझमाड़, जिसे अब तक नक्सलवाद के नाम से जाना जाता था, अब अपनी प्रतिभा और संभावनाओं के लिए पहचाना जाएगा। इसी नए बदलाव को दिखाने के लिए 2 मार्च को ‘अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन 2025’ का आयोजन किया जा रहा है। इस मैराथन में 5,000 से ज्यादा लोग भाग ले रहे हैं, जो यह साबित करेगा कि अबूझमाड़ आगे बढ़ने को तैयार है।
इस दौड़ में 21 किमी, 10 किमी और 5 किमी की श्रेणियां रखी गई हैं, ताकि हर कोई इसमें भाग ले सके – चाहे कोई अनुभवी धावक हो या पहली बार दौड़ने वाला। यह सिर्फ दौड़ नहीं, बल्कि एकता, शांति और नई उम्मीदों का संदेश देने वाला आयोजन है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “अबूझमाड़ को अब नक्सलवाद नहीं, यहां के लोगों की काबिलियत और ऊर्जा के लिए जाना जाएगा। खेल हमें जोड़ते हैं, और यह मैराथन भी एक नए अबूझमाड़ की शुरुआत है।”
प्रतिभागियों के लिए पार्किंग, रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। दौड़ के दौरान ठंडा पानी, जूस, फल, बिस्किट और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा भी होगी। रियल-टाइम ट्रैकिंग सिस्टम से प्रतिभागियों को लाइव अपडेट मिलेंगे और रास्ते को LED लाइट्स से मार्क किया जाएगा, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो। राज्य के खेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह मैराथन अबूझमाड़ की नई पहचान को दर्शाती है। खेलों से समाज में सकारात्मक बदलाव आता है, और यह आयोजन यहां के युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करेगा।”
बस्तर संभाग प्रशासनिक अधिकारी कहते हैं कि, अबूझमाड़ की यह मैराथन दुनिया को बताएगी कि यहां के लोग आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। अब यह इलाका डर का नहीं, बल्कि सपनों और सफलताओं का नया केंद्र बनेगा!