दुबई। लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाते हुए संदिग्ध रूप से यमन के हूती विद्रोहियों ने मंगलवार को हमले किए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब यमन का मुख्य सहयोगी देश ईरान जुलाई के अंत में हमास नेता इस्माइल हनिया की हत्या के प्रतिशोध में इजराइल के खिलाफ संभावित हमले की योजना बना रहा है जिससे पश्चिमी एशिया क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंक पैदा हो गई है।
ब्रिटिश सेना के ‘युनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस सेंटर (यूकेएमटीओ)’ ने बताया कि पहला हमला हूती के कब्जे वाले बंदरगाह शहर होदेदा से लगभग 115 किलोमीटर दक्षिण में हुआ। यूकेएमटीओ ने बताया कि जहाज के पास एक बम धमाका हुआ, इसके बाद एक छोटे जहाज की ‘‘संदिग्ध गतिविधियां’’ देखी गईं जिसके बाद दूसरा धमाका हुआ।
यूकेएमटीओ ने कहा, ‘‘जहाज और चालक दल के सदस्य सुरक्षित बताए जा रहे हैं।’’
निजी सुरक्षा कंपनी ‘एम्ब्रे’ ने भी इसी तरह के हमले की सूचना, जिसमें कहा गया कि जहाज के ‘‘नजदीक दो विस्फोट’’ हुए।
यूकेएमटीओ ने बताया कि दूसरा हमला मंगलवार को कुछ घंटों बाद होदेदा से 180 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में हुआ, जिसमें एक जहाज को इसी तरह निशाना बनाते हुए विस्फोट किया गया। यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या यह वही जहाज था जिसे पहले निशाना बनाया गया था।
हूती विद्रोहियों ने तुरंत हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। हालांकि, कई बार देखा गया है कि घटना के कई घंटों या कई दिन बाद भी वह हमलों में अपनी संलिप्तता को स्वीकार करता है।
अक्टूबर में गाजा में संघर्ष शुरू होने के बाद से हूती विद्रोहियों ने मिसाइलों और ड्रोन के जरिए 70 से अधिक जहाजों को निशाना बनाया है, जिसमें चार नाविकों की जान भी जा चुकी है।