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कोलंबो। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बड़े पुत्र नमल राजपक्षे के खिलाफ पुलिस ने परीक्षा में धांधली करने की जांच शुरू की है। नमल को पिछले माह श्रीलंका का हाई कोर्ट भारतीय निवेश से जुड़े हेराफेरी के बड़े मामले में दोषी ठहरा चुका है। परीक्षा में धांधली की जांच आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने शुरू की है।
डेली मिरर समाचार पत्र के अनुसार, वकील और सांसद नमल राजपक्षे ने श्रीलंका लॉ कॉलेज से पढ़ाई की है। आरोप है कि उन्होंने परीक्षा में धांधली की। कार्यवाहक पुलिस महानिरीक्षक ने सीआईडी निदेशक को आपराधिक प्रक्रिया संहिता के तहत इस मामले की गहन जांच करने का निर्देश दिया है। इसके बाद सीआईडी के अधिकारियों ने नमल के खिलाफ जांच शुरू की है।
कार्यवाहक पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि नमल के खिलाफ धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और परीक्षा में अनियमितता के खिलाफ नागरिक आंदोलन ने शिकायत दी थी।
एक माह से कम समय में राजपक्षे परिवार के लिए यह बड़ा झटका है। नमल को 2015 से पहले के भारतीय निवेश से जुड़े हेराफेरी के मामले में 29 जनवरी को हाई कोर्ट दोषी ठहरा चुका है। 38 वर्षीय नमल को 2016 में गिरफ्तार भी किया गया था। उनपर रग्बी के खेल को विकसित करने के लिए कृष होटल परियोजना के धन से 70 मिलियन श्रीलंकाई रुपये का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था। इसके बाद कोलंबो के मध्य स्थित कृष होटल परियोजना को रद्द कर दिया गया।
अनुरा कुमार दिसानायके के राष्ट्रपति बनने के बाद इस मामले को एक बार फिर उठाया गया। इसके बाद पुलिस ने नमल राजपक्षे से पूछताछ की। इससे पहले उनके छोटे भाई योशिता को इसी तरह के संदिग्ध संपत्ति मामले में गिरफ्तार किया गया। हालांकि उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।