वाशिंगटन। अमेरिका ने पाकिस्तान को एक हफ्ते के अंदर दूसरा बड़ा झटका देते हुए 1.15 बिलियन डॉलर की सुरक्षा मदद पर रोक लगा दी है। अमेरिका ने पाक पर आतंक को बढ़ावा देने और आतंकी संगठनों जैसे तालिबान और हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई ना करने का आरोप लगाते हुए यह मदद रोकी है। साथ ही अमेरिका ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के पक्ष में नजर नहीं आता।
बता दें कि अमेरिका ने यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए साल पर पाक को लेकर दिए उस बयान के बाद उठाया है जिसमें ट्रंप ने पाकिस्तान को झूठा और कपटी करार दिय था। ट्रंप के बयान के बाद अमेरिका ने 2016 के वित्त वर्ष में पाक को दी जानी वाली 1628 करोड़ की सैन्य मदद पर रोक लगाई थी जिसके बाद अब 2017 रक्षा विभाग ने वित्त वर्ष 2017 के लिए पाक को गठबंधन सहायता निधि (Coalition Support Fund) के पूरे 900 मिलियन डॉलर पर रोक लगा दी है।
इसकी पुष्टि करते हुए एक बयान में स्टेट डिपार्टमेंट की प्रवक्ता हेथर नीवार्ट ने पत्रकारों से कहा कि आज हम इसकी पुष्टि कर सकते हैं कि हम पाकिस्तान को दी जानी वाली राष्ट्रीय सुरक्षा सहायता को तब तक के लिए रद्द कर रहे हैं जब तक पाक सरकार अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ निर्णायक कदम नहीं उठाता। हम इन संगठनों को क्षेत्र में अशांति फैलाने वाला और अमेरिकी अधिकारियों को निशाना बनाने वाला मानते हैं। हम तब तक पाकिस्तान को सैन्य हथियार और पैसा नहीं भेजेंगे जब तक यह कानूनी रूप से जरूरी नहीं होता।