अशोक कुमार यादव मुंगेली
चला जा रहा हूँ, मैं तुमसे दूर।
मुझे याद करना, साथी जरूर।।
जिंदगी तेरे नाम कर दी, जान भी-जान भी।
दिल तेरे नाम कर दिया, मान भी-मान भी।।
माना था सभी को अपना, चाहा था भरपूर।
चला जा रहा हूँ, मैं तुमसे दूर।
मुझे याद करना, साथी जरूर।।
यादों की परछाईयाँ, धुँधली होने न पाई।
तेरी बातें मुझे, पल-पल बहुत रूलाई।।
जूदा होके अभी से, जा रहा हूँ सुदूर।
चला जा रहा हूँ, मैं तुमसे दूर।
मुझे याद करना, साथी जरूर।।
खुश रहना सदा, हँसते-मुस्कुराते रहना।
थाम आशाओं का दामन, समय के संग में बहना।।
कड़ी मेहनत से मिलेगी, कामयाबी का सुरूर।
चला जा रहा हूँ, मैं तुमसे दूर।
मुझे याद करना, साथी जरूर।।