नई दिल्ली। दवा निर्माता डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया
(डीसीजीआई) को कोविड-19 के विरूद्ध ‘स्पुतनिक लाइट’ को बूस्टर डोज के रूप में पंजीकृत करने के लिए एक
प्रस्ताव दिया है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
हैदराबाद की इस दवा कंपनी ने ‘स्पुतनिक वी’ का क्लीनिकल परीक्षण करने एवं भारत में इसके वितरण के लिए
रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) के साथ सितंबर, 2020 में करार किया था।
पिछले साल इस कंपनी को अप्रैल में डीसीजीआई से आपात स्थिति में सीमित उपयोग के वास्ते स्पुतनिक टीके के
आयात की अनुमति मिली थी।
डॉ. लेबोरेटरीज के मुख्य कार्यकारी एरेज इजराइली ने कहा, ‘‘स्पुतनिक के संबंध में अब हम भारत में क्षमताओं के
साथ तैयार हैं। हम कोविड-19 के विरूद्ध ‘स्पुतनिक लाइट’ को बूस्टर डोज के रूप में पंजीकृत करने के लिए भारत
सरकार के साथ मिलकर गहनता से काम कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि दवा कंपनी ने अन्य टीकों के बूस्टर के तौर पर स्पुतनिक लाइट का परीक्षण करने के लिए भी
डीसीजीआई को एक प्रस्ताव सौंपा है।
इजराइली ने कहा, ‘‘स्पुतनिक भारत एवं अन्य देशों में डॉ. रेड्डीज के लिए व्यावहारिक विकल्प बना हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी को परीक्षण के प्रोटोकॉल के लिए भारत में अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘उस प्रोटोकॉल की मंजूरी मिलने तक हम अन्य टीकों का परीक्षण करेंगे ताकि यह भविष्य में निजी
एवं सरकार दोनों के लिए विकल्प का काम करेगा। हमारा मानना है कि बूस्टर हमारे जीवन का हिस्सा होगा और
हमें अब साल में एक या दो बार इसे लेना होगा।’’