
लखनऊ। गरीब और अनाथ बच्चों को अब भूखा नहीं सोना पड़ेगा, क्योंकि ब्रज की रसोई उनके लिए उम्मीद की नई किरण बनकर उभरी है। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के प्रमुख विपिन शर्मा के नेतृत्व में यह पहल लखनऊ के आशियाना क्षेत्र और आसपास के जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध करा रही है।
संस्था के सदस्य संजय सिंह ने बताया कि यह सिर्फ एक भोजन वितरण केंद्र नहीं, बल्कि उन मासूमों के लिए संजीवनी है, जिनके माता-पिता उन्हें दो वक्त की रोटी तक नहीं दे सकते। वहीं, लक्ष्मी प्रजापति ने कहा कि यह सेवा उन बच्चों को सम्मानपूर्वक भोजन देने का प्रयास है, जो भूख से तड़पते हैं और एक-एक निवाले के लिए भटकते हैं।
निशांत सिंह के अनुसार, संस्था हर दिन सैकड़ों बेसहारा बच्चों और गरीब परिवारों तक पौष्टिक भोजन पहुंचाने का प्रयास कर रही है, ताकि कोई भी बच्चा भूख की पीड़ा न सहे। संस्था के सदस्य दिव्यांशु राज ने बताया कि अभी यह पहल छोटे स्तर पर चल रही है, लेकिन जल्द ही इसे और अधिक जरूरतमंदों तक पहुंचाने की योजना है।
गीता प्रजापति का कहना है कि यह सिर्फ भोजन उपलब्ध कराने की मुहिम नहीं, बल्कि इन बच्चों के आत्मसम्मान और सुरक्षित भविष्य की ओर एक कदम है। वहीं दीपक भुटियानी ने समाज से अपील की कि इस नेक कार्य में सहयोग करें, ताकि जरूरतमंद बच्चों तक भोजन और सम्मानजनक जीवन पहुंचाया जा सके।
संस्था के सदस्य मुकेश कनौजिया ने बताया आज के भोजन वितरण में 1015 जरूरतमंदों को पौष्टिक राजमा और जीरा चावल और बच्चों को चॉकलेट परोसा गया। यह भोजन सेक्टर-एम. रिक्शा कॉलोनी, रतन खंड पानी टंकी के पास स्थित झुग्गियों, निर्माणाधीन विद्यालयों के श्रमिकों और उनके परिवारों, जोन-8 की झुग्गियों और श्रमिक परिवारों तक पहुंचाया गया। इस सेवा अभियान में संजय सिंह, दीपांशु आनंद, दीपक भुटियानी, नवल सिंह, निशांत सिंह, मुकेश कनौजिया, अशोक कुमार, बब्लू सिंह, पुनीत कुमार और गीता प्रजापति, लक्ष्मी प्रजापति सहित कई समाजसेवियों ने सहयोग किया।
संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा ने सभी सहयोगियों का आभार जताते हुए कहा कि जब समाज एकजुट होकर आगे बढ़ता है, तो कोई भी भूखा नहीं रह सकता। उन्होंने लोगों से इस अभियान से जुड़ने और जरूरतमंद बच्चों की मदद करने की अपील की।
अगर आप भी इस पहल का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी से संपर्क करें और इन मासूमों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने में सहयोग दें।