नोएडा ” भारत सरकार के सभी कर्मियों को नागरी हिंदी में सरकारी कामकाज करना आत्मगौरव से आप्लावित कर देता है। सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से अब हिंदी में कार्य करना अब और आसान हो गया है। अब बोल कर भी लिखा जा सकता है और अनुवादिनी के माध्यम से साथ के साथ किसी भी भाषा में सामग्री को नागरी लिपि में लिखी हिंदी प्राप्त कर सकते हैं। भारत सरकार की ओर से अब इनके प्रशिक्षण सभी जगह उपलब्ध हैं। इनका लाभ सरकारी कर्मी अपने सरकारी कामकाज में कर सकते हैं।” उक्त विचार नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली के महामंत्री डॉ हरिसिंह पाल ने एचएससीसी इंडिया लिमिटेड, नोएडा के हिंदी पखवाड़े की कार्यशाला और पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए। समारोह की अध्यक्षता संस्थान के प्रबंध निदेशक श्री नोमान अहमद ने की। राजभाषा प्रभारी श्री श्रवण कुमार ने समारोह का संचालन करते हुए अतिथियों और अधिकारियों का अभिनंदन किया। निदेशक अभियांत्रिकी श्री रविरंजन ने स्वागत भाषण दिया। प्रबंध निदेशक ने इस अवसर पर संस्थान के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को हिंदी में अधिकाधिक सरकारी कामकाज करने की शपथ दिलाई। मुख्य वक्ता डॉ हरिसिंह पाल ने प्रबंध निदेशक श्री नोमान अहमद के हिंदी में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कर्मियों को प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। नराकास उपक्रम, गाजियाबाद श्री ललित भूषण ने पीपीटी के माध्यम से सूचना प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रकाश डाला। श्री भूषण ने बोलकर लिखने और अनुवादिनी के माध्यम से किसी भी भाषा से नागरी हिंदी में अनुवाद करने की तकनीकि को प्रदर्शित किया।
इस अवसर पर डॉ पाल ने मुख्य महाप्रबंधक श्री सौरभ श्रीवास्तव को नागरी लिपि परिषद की मुख पत्रिका नागरी संगम और अखिल विश्व हिंदी समिति, न्यूयॉर्क, अमेरिका द्वारा प्रकाशित वैश्विक हिंदी पत्रिका सौरभ भेंट की।श्री श्रीवास्तव ने इसके लिए डॉ पाल का आभार प्रकट किया। राजभाषा प्रभारी श्री श्रवण कुमार को उत्कृष्ट हिंदी सेवा के लिए डॉ पाल ने अंगवस्त्र, प्रशंसा पत्र और नागरी साहित्य भेंट कर सम्मानित किया। धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा प्रभारी श्री श्रवण कुमार ने व्यक्त किया।