शरीर के किसी भी हिस्से पर चोट लगने को घाव कहा जाता है। आमतौर पर स्किन की एक झिल्ली के फटने या टूटने को चोट लगना कहा जाता है। हल्के गुमड़े या उभार और खरोंच तो बचपन का हिस्सा हैं। नई चीजें देखने-समझने के दौरान ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | October 4, 2023 | 6:30 pm IST
बच्चों का कोना
प्रयास की जीत
कविता जब किसी गेम में हारने लगती, तो तेज आवाज में रोने लगती या फिर विजेता टीम के किसी खिलाड़ी को मारकर भाग जाती। उसके इस स्वभाव से उसके दोस्त बहुत परेशान थे। एक दिन जब वह क्रिकेट खेलते हुए हारने लगी, तो वह जोर-जोर ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | October 3, 2023 | 5:45 pm IST
ईश्वर की कृपा
सूरज डूबने वाला था। आकाश में बादल छाए हुए थे। नीम के एक पेड़ पर ढेर सारे कौवे रात बिताने के लिए इक थे। कौवे अपनी आदत के अनुसार आपस में एक-दूसरे से कांव-कांव करते हुए झगड़ रहे थे। उसी समय एक मैना आई और ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 27, 2023 | 5:43 pm IST
बच्चो में बचपन से ही डालें, दान देने की आदत
एक संत ने एक द्वार पर दस्तक दी और आवाज लगाई भिक्षां देहि एक छोटी बच्ची बाहर आई और बोली, बाबा, हम तो बहुत ही गरीब हैं, हमारे पास देने को कुछ नहीं है। संत बोले, बेटी, संत को मना मत कर, कुछ नहीं तो ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 24, 2023 | 4:31 pm IST
पुनर्मिलन
-जोहन पीटर हेबेल- कोई पचास बरसों से भी पहले की बात है कि फालुन में-जो कि स्वीडन में है-एक युवक खनिक ने अपनी प्रेमिका का चुम्बन लिया और उससे बोला, सेण्ट लूसी के दिन धर्म-गुरु हमारे प्यार को आशीर्वाद देंगे। तब हम पति-पत्नी बन जाएंगे-और ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 20, 2023 | 5:34 pm IST
मां तो आखिर मां होती है….
-परेश बराई- एक छोटे से कसबे में समीर नाम का एक लड़का रहता था। बचपन में ही पिता की मृत्यु हो जाने के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति बड़ी दयनीय थी, समीर की मां कुछ पढ़ी-लिखी जरुर थीं लेकिन उतनी पढाई से नौकरी कहां मिलने ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 19, 2023 | 6:18 pm IST
अपनी तुलना दूसरों से न करें
एक बार की बात है, किसी जंगल में एक कौवा रहता था, वो बहुत ही खुश था, क्योंकि उसकी ज्यादा इच्छाएं नहीं थीं। वह अपनी जिंदगी से संतुष्ट था, लेकिन एक बार उसने जंगल में किसी हंस को देख लिया और उसे देखते ही सोचने ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 16, 2023 | 6:10 pm IST
साधु और चूहा-पंचतंत्र
महिलरोपयम नामक एक दक्षिणी शहर के पास भगवान शिव का एक मंदिर था। वहां एक पवित्र ऋषि रहते थे और मंदिर की देखभाल करते थे। वे भिक्षा के लिए शहर में हर रोज जाते थे, और भोजन के लिए शाम को वापस आते थे। वे ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 13, 2023 | 5:42 pm IST
जल्दबाजी का पश्चाताप
गरीबी से परेशान एक युवक अपना जीवन समाप्त करने के लिए नदी पर गया, लेकिन वहां एक साधु ने उसे ऐसा करने के लिए मना कर दिया। साधु ने युवक की परेशानी को सुनकर कहा- मेरे पास एक विद्या है जिससे जादुई घड़ा बन जाता ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 12, 2023 | 5:25 pm IST
नानी-दादी की कहानियां एक क्लिक पर
तुम्हें कहानियां सुनना कितना पसंद है। दादी-नानी को तुम हमेशा इसलिए याद रखते हो, क्योंकि वे तुम्हें अच्छी-अच्छी परियों और राजा-महाराजाओं की कहानियां सुनाती हैं। लेकिन तुम्हें यह मौका तभी मिल पाता है, जब तुम्हारे स्कूल में छुट्टियां होती हैं और तुम अपनी दादी या ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 9, 2023 | 4:58 pm IST