बच्चो को किस तरह अनुशासित करें यह कोई साधारण पहलू नहीं है | शादी से पहले हमे केवल अपने बारे में सोचना होता है और हम कभी कभी खुद भी बड़े अनुशासनहीन होते है लेकिन शादी होने के बाद चाहे वो लड़का हो या लड़की ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | June 1, 2018 | 12:41 pm IST
बच्चों का कोना
भारतीय गणितज्ञ, जिन्होंने आइंस्टीन के सिद्धांत का किया सरलीकरण
प्रसिद्ध भारतीय भौतिक विज्ञानी, गणितज्ञ और शिक्षाविद प्रहलाद चुन्नीलाल वैद्य का गणित के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान है। सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत में योगदान के लिए उन्हें खासतौर पर याद किया जाता है। आइंस्टीन का गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत पेचीदा गणितीय समीकरणों के ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 24, 2018 | 5:15 pm IST
दादी-नानी करती हैं बच्चों को प्यार, देती हैं उन्हें जीवन की बड़ी सीख
दादी अम्मा-दादी अम्मा मान जाओ, गाने की धुन बच्चों को बहुत पसंद आती है। मां के बाद बच्चों को नानी या दादी से बहुत लगाव होता है। दादी-नानी ममता, प्यार की देवी होती है। संस्कार और संस्कृति से जोड़ती हैं। बच्चों के संतुलित विकास में ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 23, 2018 | 5:13 pm IST
स्वतंत्र पत्रकारिता के जनक थे राजा राममोहन राय, समाज सुधार भी खूब किये
भारत में स्वतंत्र पत्रकारिता के जनक व समाजसेवी ब्रह्म समाज के संस्थापक राजा राममोहन राय का जन्म 22 मई सन् 1772 ई. में बंगाल के एक धार्मिक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। राममोहन जी के पूर्वजों ने बंगाल के नवाबों के यहां उच्च पद पर ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 22, 2018 | 4:16 pm IST
नदी के ऊपर भी बहती है नदी, यह कुदरत का नहीं इंजीनियरिंग का करिश्मा है
आपने दुनिया की बहुत सी नदियों के बारे में सुना होगा व शायद कुछ को देखा भी हो। हर नदी की अपनी एक विशेषता होती है लेकिन क्या आपने कभी एक ऐसी नदी के बारे में सुना है, जिसके ऊपर भी एक नदी बहती हो। ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 18, 2018 | 5:32 pm IST
बंदर मामा
नाना बन गया हूं अब मैं खोंखों कर बोले बंदर मामा नाना ही कहना सब मुझको न कहना अब मुझको मामा नहीं चढ़ सकता अब वृक्षों पर दिन भर दुखी सा रहता हूं कोई ला दे खाना बिस्तर पर बस यही सोचता ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 16, 2018 | 5:21 pm IST
प्रखर राष्ट्रवादी के साथ मानवतावादी भी थे रवींद्रनाथ टैगोर
भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नई जान डालने वाले युगदृष्टा रवींद्रनाथ टैगोर एक ही साथ महान साहित्यकार, दार्शनिक, संगीतज्ञ, चित्रकार, शिक्षाविद्, सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रवादी के साथ मानवतावादी भी थे जिन्होंने दो देशों के लिए राष्ट्रगान लिखा। प्रकृति के प्रति अत्यधिक लगाव रखने वाले रवींद्रनाथ संभवतः ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 8, 2018 | 4:38 pm IST
मूर्ख भेड़िया और समझदार पिल्ला
एक बार की बात है कि एक कुत्ते का पिल्ला अपने मालिक के घर के बाहर धूप में सोया पड़ा था। मालिक का घर जंगल के किनारे पर था। अतः वहां भेड़िया, गीदड़ और लकड़बग्घे जैसे चालाक जानवर आते रहते थे। यह बात उस नन्हे ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 5, 2018 | 4:26 pm IST
मूर्ख भेड़िया और समझदार पिल्ला
एक बार की बात है कि एक कुत्ते का पिल्ला अपने मालिक के घर के बाहर धूप में सोया पड़ा था। मालिक का घर जंगल के किनारे पर था। अतः वहां भेड़िया, गीदड़ और लकड़बग्घे जैसे चालाक जानवर आते रहते थे। यह बात उस नन्हे ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 4, 2018 | 5:06 pm IST
तीन मई को प्रदर्शित हुई थी भारत की पहली फीचर फिल्म
नई दिल्ली। विश्व इतिहास में तीन मई के नाम पर बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं। इस दिन कहीं गृहयुद्ध समाप्त हुआ तो कहीं शांति समझौते पर दस्तख्त किए गए। भारत में सिनेमा जगत के इतिहास में 3 मई का दिन यादगार रहा क्योंकि इसी ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 3, 2018 | 5:17 pm IST