
त्रयोदशी के दिन रखे जाने व्रत को प्रदोष व्रत कहते हैं। जिस तरह हर महीने में दो एकदशी होती हैं उसी तरह हर महीने में प्रदोष भी दो होते हैं। प्रदोष का सामान्य अर्थ है रात का शुभारंभ। सूर्यास्त के बाद होने वाला संध्या काल ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | August 10, 2023 | 4:00 pm IST