
इसे किसी भी देश के लिये सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण कहा जा सकता है कि वहां की सरकार धार्मिक विवादों को शांत करने की बजाये उसे और भड़काये। इतना ही नहीं, ज्यादा दुखद तो यह होता है कि वह उस विवाद में बाकायदा एक पार्टी बन जाये ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 8, 2023 | 6:38 pm IST