
समीक्षक अशोक मधुप उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद नगर निवास इंद्रदेव भारती का पूरा जीवन भले ही छात्रों को चित्रकला की शिक्षा देते ,बारीकी बताते बीता हों, किंतु वह जवानी से ही मूलरुप से कवि रहे हैं।चित्रकला उनके जीवनयापन का साधन रहीं,किंतु कविता उनकी रग −रग ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | October 3, 2023 | 5:05 pm IST