
छले दिनों आसियान और ईस्ट एशिया समिट को लेकर माहौल खूब गरम रहा। राजनीतिक विश्लेषण में कई नई बातें कही गई। एशिया को विश्व राजनीति का भूकेंद्र माना गया। कहा गया 19वीं सदी अंग्रेजों की थी, 20वीं अमेरिकी थी, और 21वीं शताब्दी एशिया की है। ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | November 25, 2017 | 5:22 pm IST