
ऐसा प्रतीत हो रहा है कि लोकतंत्र की परिभाषा शायद अब बदलने लगी है। विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहे जाने वाले भारतवर्ष में सत्ताधीशों द्वारा अब अपनी आलोचना सुनना नापसंद किया जाने लगा है। गत कई वर्षों से ऐसा महसूस किया जा रहा है ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | June 28, 2019 | 12:22 pm IST