शिशिर गुप्ता क्या भाय, आया पावर हाथ में तो दम देने का हर बात में! तुम तो बोल रएले थे, बोले तो सब रहेंगा साथ में, पन कोई कू नागरिकता खैरात में और कोई कू बोल दिया, बोले तो रेहने का औकात में!! कुच करने ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 21, 2019 | 5:10 pm IST
सम्पादकीय / लेख
भाषा की मर्यादा
विनय गुप्ता राजनीतिक पार्टियों का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप और व्यंग्य बाण चलाना नई बात नहीं है। लोकतंत्र में असहमति बड़ा गुण माना जाता है, पर कई बार जब राजनेता दुर्भावनावश या घृणाभाव से अपने प्रतिपक्षी के प्रति अशोभन भाषा का इस्तेमाल करते हैं, तो स्वाभाविक ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 21, 2019 | 5:09 pm IST
नागरिकता विधेयक पर सियासत
विकास गुप्ता भारत की नागरिकता को लेकर विवाद 1947 से ही शुरू हो गया था। उससे पहले वर्तमान भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश (उस समय पूर्वी पाकिस्तान) के सब लोग भारतीय नागरिक ही थे, लेकिन जुलाई 1947 में इंग्लैंड की संसद ने भारत स्वतंत्रता अधिनियम 1947 ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 21, 2019 | 5:09 pm IST
अब जनमत संग्रह की मांग
विडंबना है कि बीते पांच दिनों से देश के तमाम मुद्दे नेपथ्य में डाल दिए गए हैं। सिर्फ नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ हिंसक और आक्रोशी प्रदर्शन ही सुर्खियों में हैं। चूंकि वही देश का प्रमुख घटनाक्रम है, लिहाजा उसे नजरअंदाज नहीं ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 21, 2019 | 5:03 pm IST
ट्रंप का महाभियोग और भारत की भूमिका
शिशिर गुप्ता अमेरिकी राजनीति में दो बार महाभियोग प्रस्ताव लाए गए, दोनों में सत्तापक्ष की हार हुई और विपक्ष अपने मकसद में कामयाब हुआ। अब, तीसरा महाभियोग मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लाया गया है। यह बात सच है कि राजनीति चाहें देशी हो या ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 20, 2019 | 4:15 pm IST
विभाजित व्यक्तित्व की परीक्षा
विकास गुप्ता क्या भारत हिंदू देश है या क्या यह मुस्लिम अनुकूल पूर्वाग्रह के साथ धर्मनिरपेक्ष है? यह देश की हर जगह का सवाल है। कोई भी इस परिप्रेक्ष्य में इसे परिभाषित नहीं करता है। भारत का इतिहास हमें सता रहा है और हम नहीं ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 20, 2019 | 4:14 pm IST
मुद्दा गरम, भय या भरम
विनय गुप्ता वाह रे राजनीति तेरे रूप अनेक, यह एक ऐसी पहेली है जिसे समझने के लिए किसी भी प्रकार का सूत्र नहीं है जिसके माध्यम से समझा,परखा एवं मापा जा सके। राजनीति एक ऐसी प्रयोगशाला है जिसके सभी सूत्र अलिखित एवं अघोषित होते हैं। ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 20, 2019 | 4:08 pm IST
प्याज के आंसू कौन रोएगा?
देश की राजधानी दिल्ली के खुदरा बाजार में प्याज 100-140 रुपए किलो बिक रहा है। मदुरई में तो 180 रुपए किलो भी बिका है। जिस प्याज की औसत कीमत 20-30 रुपए हुआ करती थी, उसके दाम आसमान छू रहे हैं। कोई तो गंभीर कारण होगा! ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 7, 2019 | 6:01 pm IST
इंसानियत फिर हुई शर्मसार
लीजिए, एक और बेटी हैवानियत की भेंट चढ़ी, इनसानियत शर्मसार हुई, निर्भया फिर याद आई, मोमबत्तियां फिर जलीं, जुलूस निकले, बड़े-बड़े राजनीतिक वादे हुए। पूरे देश ने आग लग जाने के बाद एक बार फिर हाथों में गैंतियां-फावड़े ले कुएं खोदने को कमर कसी। लग ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 7, 2019 | 6:00 pm IST
मनमोहन सिंह ने चुकाया कर्ज
सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह को दस साल तक देश का प्रधानमंत्री बनाए रखा। मनमोहन सिंह कोई राजनीतिक नेता नहीं हैं और न ही कांग्रेस में भी उनका कोई पुख्ता आधार है। देश में भी उनका कोई जनाधार नहीं है। शायद उन्होंने स्वयं भी इस ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | December 7, 2019 | 6:00 pm IST