
-राकेश अचल- कम से कम हमारी पीढ़ी ने तो कभी नहीं सोचा था कि भारत जैसे महान देश में सियासत में गारंटी पर भी गारंटी दी जाएगी। लोग घोषणापत्रों पर नहीं व्यक्तियों की निजी गारंटी पर वोट देंगे और सुविधाएं लेंगे। लेकिन आज गारंटी की ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | March 14, 2024 | 5:08 pm IST