
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने दिल्ली में धुंध की स्थिति की तुलना लंदन में 1952 के ग्रेट स्मॉग से की। लंदन में उस समय वायु प्रदूषण के कारण 4,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। सफदरजंग अस्पताल में श्वसन संबंधी औषधि विभाग ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | November 8, 2017 | 9:58 pm IST