मुंबई : एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड (“एएसके”) ने एएसके लाइटहाउस पोर्टफोलियो के लॉन्च की घोषणा की है। यह एएसके का पहला सैटेलाइट पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) इन्वेस्टमेंट अप्रोच (सैटेलाइट पीएमएस योजना निवेश दृष्टिकोण) है।
यह दृष्टिकोण मुख्य रूप से ऐसे समय में कुछ केंद्रित विषयों (थीम) या उन सेक्टर में निवेश करेगा, जहां संरचनात्मक (स्ट्रक्चरल) परिवर्तन चल रहा है। जिसका उद्देश्य उन सेक्टर के हाई ग्रोथ वाले दौर को पकड़ना है, जो निवेशकों के लिए गहरे और बड़े अवसर पेश करते हैं। समय के साथ गतिशीलता की संभावना है, जिसका मतलब है कि व्यापक निवेश के दर्शन को बरकरार रखते हुए थीम को समय के अनुसार बदलने की छूट। थीम की कल्पना टॉप-डाउन या बॉटम-अप के आधार पर की जा सकती है, जबकि बिजनेस का चयन बॉटम-अप के आधार पर होगा। इस उत्पाद का बेंचमार्क बीएसई 500-टीआरआई होगा।
यह पोर्टफोलियो यूएचएनआई (अल्ट्रा हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स – UHNIs), एचएनआई (हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स -HNIs), फैमिली ऑफिस, कॉरपोरेट ट्रीजरी और प्राइवेट फैमिली ट्रस्ट के लिए बेहतर विकल्प है, जो अपने पोर्टफोलियो के लिए डाइवर्सिफिकेशन का समाधान तलाश रहे हैं।
इस अवसर पर एएसके एसेट एंड वेल्थ मैनेजमेंट ग्रुप के एमडी और सीईओ सुनील रोहोकाले ने कहा कि, “जैसा कि हम अलग-अलग ऑफर के साथ आगे बढ़ना जारी रखते हैं, हम पीएमएस (PMS) और एआईएफ (AIF) मार्केट की मजबूत ग्रोथ का लाभ उठा रहे हैं। पीएमएस इंडस्ट्री पिछले 5 साल में लगभग दोगुना हो गई है, जिसका साइज लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 4.9 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह ट्रेंड अगले 8-9 साल में लगभग 8 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की अनुमानित ग्रोथ के अनुरूप दिख रहा है। अपर इनकम वाले परिवारों में चार गुना ग्रोथ की उम्मीद है, जो वर्तमान में 60 लाख परिवारों से लगभग 2.5 करोड़ परिवारों तक पहुंच जाएगी। टियर II और टियर III शहरों में हमारा रणनीतिक विस्तार इंडस्ट्री की ग्रोथ और विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है।
एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के डायरेक्टर एंड हेड- सेल्स एंड प्रोडक्ट्स, बिजनेस डेवलपमेंट एंड प्रोडक्ट्स, निमेश मेहता ने कहा कि, “यह भारत में पैसा बनाने का गोल्डन टाइम है। पीएमएस में महत्वपूर्ण आवंटन के साथ इक्विटी निवेश की काफी संभावनाएं हैं। एएसके लाइटहाउस पोर्टफोलियो, सैटेलाइट पीएमएस स्कीम इन्वेस्टमेंट अप्रोच में हमारा प्रयास है। कैपिटल प्रीजर्वेशन (पूंजी संरक्षण) और कैपिटल एप्रिसिएशन का हमारा मुख्य निवेश का उद्देश्य नहीं बदलेगा।
एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के एसोसिएट डायरेक्टर एंड सीनियर पोर्टफोलियो मैनेजर संदीप बंसल ने कहा, “यह पोर्टफोलियो उन थीम में निवेश करेगा, जहां फंडामेंटल में बदलाव का प्रभाव अधिक है, और स्वभाव में टिकाऊ (ड्यूरेबल) और बड़े साइज की होने की संभावना है। इसमें बिजनेस के हाई-ग्रोथ वाले फेज का लाभ उठाने के लिए कुछ सेक्टर में एक्सपोजर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और यह एक ऐसा पोर्टफोलियो होगा, जिसमें हर मार्केट कैप में निवेश होगा।
उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए हमारे वर्तमान फोकस सेक्टर में इंफ्रास्ट्रक्चर और इंजीनियरिंग, एनर्जी/एनर्जी ट्रांजिशन, डिफेंस, मैन्युफैक्चरिंग, रेलवे, कैपिटल गुड्स और एलाइड सेक्टर हैं। ये सेक्टर निवेशकों के लिए पर्याप्त रूप से पैसा बनाने के अवसर प्रदान करते हैं।
एएसके लाइटहाउस पोर्टफोलियो का प्रबंधन संदीप बंसल द्वारा किया जाएगा। संदीप के पास 20 साल से अधिक का अनुभव है, जिसमें से 16 साल से अधिक का अनुभव इक्विटी बाजारों में है। इससे पहले उन्होंने एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, यूबीएस सिक्योरिटीज, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज, केपीएमजी और सिटीबैंक के साथ काम किया है। वह एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए हैं।
जनवरी 2024 तक सेबी के आंकड़ों के अनुसार, ब्लैकस्टोन समर्थित एएसके भारत का सबसे बड़ा घरेलू विवेकाधीन इक्विटी पीएमएस हाउस (एफपीआई और ईपीएफओ को छोड़कर डोमेस्टिक लिस्टेड इक्विटी) है।