कच्छ/नई दिल्ली। गुजरात में कच्छ के रण पर्यटन मंत्रालय की मेजबानी में
जी20 के अंतर्गत पर्यटन कार्य समूह की प्रथम बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय
संस्कृति, पर्यटन और डोनर मंत्री जी.के. रेड्डी ने कहा कि कोरोना से पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित
होने के बावजूद, भारत में साल 2022 में 61.9 लाख विदेशी पर्यटक आए। यह पिछले वर्ष की तुलना
में विदेशी पर्यटकों के आगमन की संख्या में चार गुना वृद्धि है।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि पर्यटन मंत्रालय इस वर्ष को भारत की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करते
हुए विजिट इंडिया ईयर 2023 के रूप में मना रहा है। रेड्डी ने कहा कि पिछले 8.5 वर्षों में भारत ने
पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगभग 1 बिलियन डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) के
व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने युवाओं को
कुशल बनाने के लिए लघु अवधि के आतिथ्य पाठ्यक्रम, कौशल परीक्षण और प्रमाणन, पूर्व शिक्षण
की मान्यता, ऑनलाइन डिजिटल पाठ्यक्रमों सहित कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि भारत समूचे
देश के विद्यालयों और महाविद्यालयों में युवा पर्यटन क्लबों के माध्यम से भारतीय पर्यटन के युवा
राजदूतों का पोषण और विकास कर रहा है।
सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार भारत में यात्रा करने
वाले पर्यटकों की सुरक्षा और बेहतरी सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है तथा पर्यटकों को
सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए यूनिफार्म टूरिस्ट पुलिस को तैयार और कार्यान्वित कर रही
है। जी.के रेड्डी ने कहा कि भारत शीर्ष 20 स्रोत देशों के विदेश स्थित भारतीय मिशनों में नोडल
अधिकारी नियुक्त कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मिशन मोड में पर्यटन क्षेत्र के डिजिटलीकरण को सुनिश्चित करने के लिए
राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन (एनडीटीएम) तैयार किया जा रहा है और भारत ने पहचान के लिए
आधार तथा रीयल-टाइम भुगतान के लिए यूपीआई जैसे बड़े पैमाने पर डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी
ढांचे का निर्माण किया है।