दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को पहली बार वूमेन्स फ्यूचर टूर
कार्यक्रम (एफ़टीपी) की घोषणा की। जिसके तहत अगले तीन वर्षों में खेल के तीनों प्रारूप में 10 टीमों के द्विपक्षीय
अंतरराष्ट्रीय दौरे निर्धारित किये गए हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया, सदस्यों के संयुक्त प्रयास के
परिणामस्वरूप, एफ़टीपी आईसीसी महिला चैम्पियनशिप (आईडब्ल्यूसी) को 10-टीम के आयोजन में बढ़ाने के साथ
टीमों के लिए अधिक मैच सुनिश्चित किये गए हैं। द्विपक्षीय श्रृंखला में तीनों प्रारूपों में 300 से अधिक मैच
2022-25 एफ़टीपी के हिस्से के रूप में खेले जाएंगे।
2022-25 की अवधि में कुल सात टेस्ट की योजना है। भारत दिसंबर 2023 में एक-एक टेस्ट मैच के लिए इंग्लैंड
और ऑस्ट्रेलिया दोनों की मेजबानी करेगा। भारतीय महिला टीम अगस्त 2022 से जनवरी 2025 तक 2 टेस्ट, 24
वनडे और 36 टी20 खेलेगी। कार्यक्रम में दो बहु-प्रारूप एशेज श्रृंखलाएं शामिल हैं (एक जून 2023 में इंग्लैंड में और
दूसरा जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया में) जिसमें एक टेस्ट, तीन एकदिवसीय और तीन टी 20 मैच खेले जाएंगे।
पहली श्रृंखला में तीन एकदिवसीय मैच आईसीसी महिला चैम्पियनशिप के तहत खेले जाएंगे, जो भारत में आईसीसी
महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के लिए सीधी योग्यता प्रदान करती है।
ऑस्ट्रेलिया इसके अलावा दिसंबर 2023 में भारत में एक टेस्ट, तीन एकदिनी और तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला
खेलेगा। ऑस्ट्रेलियाई टीम इसके साथ ही मार्च 2025 में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू श्रृंखला भी
खेलेगी। इंग्लैंड, भारत और दक्षिण अफ्रीका इस अवधि के दौरान टेस्ट शेड्यूल करने वाली अन्य टीमें हैं, जबकि
कुछ टीमों ने पांच मैचों की टी-20 श्रृंखला की योजना बनाई है। इंग्लैंड की टीम इस अवधि के दौरान तीन
एकदिवसीय और पांच टी-20 की घरेलू और विदेशी श्रृंखला में न्यूजीलैंड का सामना करेगी। वेस्टइंडीज की टीम
आयरलैंड में पांच, ऑस्ट्रेलिया में तीन, पाकिस्तान में पांच, श्रीलंका में तीन और बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ
घर में तीन-तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी।