नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को असम और देशवासियों को
लाचित दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। श्री मोदी ने कहा लचित दिवस असम के अहोम
साम्राज्य के गुमनाम नायक लचित बरफुकन की वीरता का सम्मान करने के लिए मनाया जा रहा है,
जिन्होंने मुगलों को हराया और औरंगजेब के शासन में मुगलों की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं को थाम
दिया था।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “लचित दिवस की बधाई। असम के लिए लचित दिवस विशेष है क्योंकि
हम महान लचित बोड़फुकन की 400वीं जयंती मना रहे हैं। वे अद्वितीय साहस के प्रतीक थे। उन्होंने
लोगों की भलाई को सबसे ऊपर रखा और वह एक न्यायप्रिय और दूरदर्शी लीडर थे।” श्री मोदी
शुक्रवार को यहां विज्ञान भवन में साल भर चलने वाले बरफुकन की 400वीं जयंती के समापन
समारोह को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “प्रधानमंत्री का निरंतर प्रयास रहा है कि गुमनाम नायकों को उचित
तरीके से उन्हें सम्मानित किया जाए।” इसी के मद्देनजर देश वर्ष 2022 को लचित बरफुकन की
400वीं जयंती वर्ष के रूप में मना रहा है।
इस वर्ष फरवरी में देश के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इस समारोह का उद्घाटन किया था।
वीर योद्धा लचित बरफुकन ने 1671 में सरायघाट की लड़ाई में असमिया सैनिकों को प्रेरित किया
और मुगलों को करारी मात दी थी। लचित बरफुकन और उनकी सेना की वीरतापूर्ण लड़ाई हमारे देश
के इतिहास में प्रतिरोध के सबसे प्रेरक सैन्य कारनामों में से एक है।