न्यूयार्क। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही ही में अपनी कीव यात्रा
के दौरान यूक्रेन के साथ खड़े रहने के लिए पश्चिमी देशों की प्रशंसा की जिसे लेकर रुस के राष्ट्रपति
व्लादिमिर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर वाक हमले तेज किये हैं। पुतिन ने देश के यूक्रेन के साथ युद्ध
के लिए पश्चिमी देशों को दोषी ठहराया। उन्होंने यह बात रूस के यूक्रेन आक्रमण की शुक्रवार को
पहली बरसी से एक हफ़्ते पहले कही। उन्होंने दावा किया कि पश्चिम ने नाजी जर्मनी को सक्षम
किया था और यूक्रेन को एक नए नाजी शासन में बदल दिया जो रूस विरोधी था।
बाइडेन ने कुछ घंटो बाद कहा, ‘निरंकुश केवल एक शब्द समझते हैं नहीं, नहीं, नहीं। पुतिन ने सोचा
था कि दुनिया पलट जाएगी, वह गलत थे।” उन्होंने नाटो को पहले से कहीं अधिक एकजुट होने की
शपथ लेते हुए कहा, कीव मजबूत, गौरवान्वित, और स्वतंत्र है और यूक्रेन के लिए पश्चिमी समर्थन
विफल नहीं होगा।” पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा ने वारसॉ के शाही महल में बाइडेन का स्वागत
करते हुए कहा कि कीव की यात्रा करके उन्होंने दिखाया कि स्वतंत्र दुनिया को किसी चीज का डर
नहीं है। नाटो की भूमिका मुक्त दुनिया की रक्षा और समर्थन करने की थी और यूक्रेन को इस युद्ध
को जीतना होगा।
रुस के राष्ट्रपति ने बखमुत में 20 फरवरी को घोषणा की कि वह 2010 में अमेरिका के साथ
हस्ताक्षरित न्यू स्टार्ट परमाणु हथियार नियंत्रण संधि को निलंबित कर रहे हैं। इस सौदे में परमाणु
हथियारों की संख्या और नाटो की सीमाएँ हैं, और ब्रिटेन के नेताओं ने उनसे पुनर्विचार करने का
आग्रह किया है। पुतिन के क्रेमलिन से कुछ ही दूरी पर एक प्रदर्शनी केंद्र में दिया गया लंबे भाषण
का शुरुआती हमला सत्य था।उन्होंने रूस की संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए कहा,”
युद्ध शुरू करने वाले वे थे, हम इसे रोकने के लिए बल का प्रयोग कर रहे हैं।”
यूक्रेन में कोई भी पश्चिमी सैनिक नहीं है, लेकिन रूस के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को अमेरिका
के राजदूत लिन ट्रेसी को तलब करते हुए दावा किया कि वाशिंगटन को यूक्रेन से अमेरिका-नाटो सैन्य
और उपकरण वापस लेने के लिए कदम उठाने चाहिए। स्थानीय मीडिया ने कहा कि पिछले नवंबर में
रूस के सैनिकों से मुक्त किए गए खेरसॉन शहर में रूसी गोले गिरने से छह लोगों की मौत हो गई
और कई अन्य घायल हो गए। सिटी सेंटर में एक बस स्टॉप, एक फार्मेसी और रिहायशी इलाकों को
निशाना बनाया गया। जिन इमारतों पर हमला हुआ उनमें एक किंडरगार्टन भी था।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने मंगलवार को अपने रात्रिकालीन संबोधन में कहा कि रूस के
हमलों का कोई सैन्य उद्देश्य नहीं था और न ही हो सकता था। इसके बजाय आतंक पैदा करने का
इरादा था। उन्होंने कहा कि यूक्रेन सेना पूर्वी यूक्रेन में अग्रिम पंक्ति पर अपनी स्थिति बनाए रख रही
है जहां लड़ाई का बड़ा हिस्सा चल रहा है।