नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने व्हाट्सएप पर एक हाई प्रोफाइल शिक्षित पेशेवर
की डिस्प्ले पिक्च र का इस्तेमाल कर लोगों को धोखा देने और उनके रिश्तेदारों एवं दोस्तों से पैसे
मांगने के आरोप में राजस्थान के अलवर से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने
शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान अलवर जिले के रहने वाले 19 वर्षीय जावेद खान और 23 वर्षीय अमित कुमार
के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हाई प्रोफाइल शिक्षित
पेशेवरों की तस्वीरों को अपलोड किया और पिछले एक साल में इस तरीके का इस्तेमाल करते हुए
100 से अधिक लोगों को ठगा।
आरोपी ने खुद को एक सैन्य अधिकारी भी बताया और ओएलएक्स पर वाहन बेचकर एक व्यक्ति को
धोखा दिया। दोनों ने अपने परिचित लोगों के दस्तावेजों का उपयोग करके कई बैंक खाते भी खोले थे
और इन खातों का इस्तेमाल धोखाधड़ी की रकम प्राप्त करने के लिए किया था।
पुलिस के मुताबिक, यह मामला जनवरी में सामने आया जब एक पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया
और शिकायत दर्ज कराई कि कोई व्हाट्सएप पर उसकी तस्वीरों को डिस्प्ले पिक के रूप में इस्तेमाल
कर रहा था और उसके रिश्तेदारों और दोस्तों से पैसे की मांग कर रहा था।
उत्तर पश्चिम के डीसीपी जितेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि जांच के दौरान यह पाया गया कि कथित
व्यक्तियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मोबाइल नंबर एक अन्य मामले में भी जुड़ा हुआ पाया गया,
जिसमें उन्होंने खुद को एक सैन्य अधिकारी के रूप में पेश किया और ओएलएक्स पर एक पुराने
वाहन को बेचने के एवज में लगभग 47 हजार रुपये की ठगी की।
डीसीपी ने कहा कि मनी ट्रेल की जांच की गई और यह पाया गया कि धोखाधड़ी की गई राशि को
राजस्थान के अलवर में एक बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया गया था। टीम एक आरोपी अमित
कुमार को पकड़ने में सफल रही और पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि उसने अपने बैंक
खाते में धोखाधड़ी की राशि प्राप्त करने के एवज में कमीशन लिया था।
अमित की निशानदेही पर जावेद को भी पकड़ा गया। जावेद ने पूछताछ के दौरान मामले में अपनी
संलिप्तता कबूल की और पुलिस को बताया कि उसने हाई प्रोफाइल शिक्षित पेशेवरों के फेसबुक
अकाउंट खंगाले और उन्हें व्हाट्सएप पर इस्तेमाल करने के लिए उनकी तस्वीरें डाउनलोड कीं और
उनके रिश्तेदारों और दोस्तों से पैसे की मांग की।