संवाददाता : रानीगंज, पश्चिम बंगाल, 16 अगस्त 2022ः भारत में वित्तीय समावेशी एजेंडा को सफलतापूर्वक बढ़ावा देने के लिए माइक्रोफाइनेंस इंडस्ट्री अपनी अहम भूमिका निभा रही है। ये समाज के पिछड़े तबके की बहुत सी इच्छुक महिलाओं को किसी बाधा के बिना फाइनेंस मुहैया करा कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं।
पश्चिम बंगाल में रानीगंज की 47 वर्षीया महिला नमिता पंडित के पास अपने परिवार को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाने और एक सफल उद्यमी बनने की संघर्ष और दृढ़इच्छाशक्ति की एक ऐसी ही कहानी है। उनकी कहानी अपने परिवार के साथ ही साथ गांव में भी एक बेहतरीन स्थिति में पहुंचने के जीवन को बदल देने वाले वाले अनुभव को बयान करती है। मिट्टी के बर्तन बनाना उनका पारिवारिक पेशा है। पर पूंजी की कमी के कारण वह अपने व्यापार को बढ़ा नहीं पा रही थीं। वह हमेशा बिजली से चलने वाले एक चाक की जरूरत महसूस करती थीं, क्योंकि पारंपरिक चाक की उत्पादन क्षमता बहुत कम होती है।
नमिता पश्चिम बंगाल की उन बहुत सी महिला उद्यमियों में से हैं, जिन्हें आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस का सपोर्ट मिला। जब वह अपने व्यापार के लिए फंड के रास्तों की तलाश में थीं, तभी नमिता को माइक्रोफाइनेंस लोन के बारे में पता चला। फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस के एक लोन अफसर से मिलने के तुरंत बाद उन्होंने तय कर लिया कि वह अपना पहला लोन बिजली से चलने वाला चाक खरीदने के लिए लेंगी। इस मशीन ने उन्हें कम समय में ज्यादा से ज्यादा बर्तन बनाने में मदद की। इसके साथ ही धीरे-धीरे बढ़ती बिक्री से उनकी अच्छी-खासी कमाई होने लगी।
सर्वोत्तम क्रेडिट रिकॉर्ड होने के कारण उन्हें अब और अधिक लोन मिल सकता था, जिसका उपयोग उन्होंने अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए किया। उन्होंने फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस के सपोर्ट से अपने व्यापार को कई गुना बढ़ा लिया। इसके साथ ही उन्होंने कई और गांवों में भी अपने उत्पादों के लिए बाजार बना लिया। अब अच्छी आर्थिक स्थिति के कारण नमिता अपने पोते-पोतियों की शिक्षा और अन्य घरेलू खर्चों का ख्याल बखूबी रखती हैं। जीवनयापन के लिए संघर्ष और एक कच्चे घर से शुरुआत कर पक्का मकान बनवाने तक का उनका सफर गांव की दूसरी महिलाओं के लिए भी प्रेरणा बन गया।
नमिता अपनी सफलता का श्रेय फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस को देती हैं, जिसने उन्हें जरूरी आर्थिक सपोर्ट देकर उनका व्यापार स्थापित करने और बढ़ाने में मदद की। वह गर्वे के साथ कहती हैं, फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस के कारण हम काफी दूर तक आ चुके हैं। हमारा भविष्य अब सुरक्षित लगता है और मैं अब भी फ्यूजन के सहयोग से भविष्य में और नई उपलब्धियां हासिल करने की इच्छुक हूं।
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