ऑकलैंड। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने कहा कि अत्याधिक
क्रिकेट खेला जाना हाल में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे श्रृंखला के दौरान दर्शकों की कम
उपस्थिति का कारण हो सकता है और स्टेडियमों में प्रशंसकों को आकर्षित करने के लिए द्विपक्षीय
श्रृंखलाओं को अधिक प्रासंगिक बनाना होगा। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हाल की वनडे श्रृंखला में
बहुत कम दर्शक स्टेडियम में पहुंचे। इनमें मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया अंतिम मैच भी
शामिल है। यह श्रृंखला इंग्लैंड के टी20 विश्व कप जीतने के चार दिन बाद ही शुरू हो गई थी।
विलियमसन ने भारत के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘यह
देखना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इससे पता चलता है कि कितनी अधिक क्रिकेट खेली जा रही है। इसमें
कोई संदेह नहीं कि आईसीसी के टूर्नामेंट लोकप्रिय है और काफी क्रिकेट खेली जा रही है। ऑस्ट्रेलिया
में विश्वकप भी हुआ था, इसलिए वहां काफी क्रिकेट खेली गई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए यह
सुनिश्चित करना चाहिए कि खेल विशेषकर द्विपक्षीय श्रृंखलाओं को अधिक प्रासंगिक बनाया जाए।’’
टी20 की बढ़ती लोकप्रियता और व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के कारण 50 ओवरों के प्रारूप के
अस्तित्व को लेकर बहस छिड़ गई है। विलियमसन से पूछा गया कि क्या वनडे क्रिकेट का अस्तित्व
खतरे में है, उन्होंने कहा, ‘‘यह कहना मुश्किल है, लेकिन हां इसे कहीं व्यवस्थित करना होगा। मैं
नहीं जानता कि इसका स्वरूप कैसा होगा। अधिकतर टीमों के पास आजकल दो टीम हैं। इसको
अधिक आकर्षक बनाने की बात लगातार होती रही है।’’
इंग्लैंड की टी20 विश्व कप में जीत के बाद अलग कोचिंग स्टाफ और अलग प्रारूप के लिए अलग
टीम चुनने की चर्चा शुरू हो गई है और न्यूजीलैंड के कप्तान को लगता है कि व्यस्त कार्यक्रम भी
इसमें अपनी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हां, ऐसा लगता है कि अधिक से अधिक ऐसा हो
रहा है और आप समझ सकते हैं कि यह क्यों हो रहा है। बहुत क्रिकेट खेली जा रही है और आप
सभी मैचों में नहीं खेल सकते हैं। इसलिए हर प्रारूप में टीम नया स्वरूप ले रही है।’’ विलियमसन ने
कहा, ‘‘लेकिन मुझे अभी तीनों प्रारूप में खेलना पसंद है और मुझे इन तीनों के हिसाब से खुद को
ढालने में आनंद आता है।’’