नई दिल्ली। देश के 15 राज्यों में 62 छावनी बोर्ड के प्रबंधन के तहत 194
स्कूलों में एक डिजिटल प्लेटफॉर्म- स्कूल प्रबंधन प्रणाली (स्कूल मैनेजमेंट सिस्टम- एसएमएस) लागू
की गयी है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक
छावनी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए ‘ईज ऑफ लिविंग’ (जीवन सुगमता) को सरल बनाने के
उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गयी है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक देश के 15 राज्यों में 62 छावनी बोर्ड के प्रबंधन के तहत 194 स्कूलों में
एक डिजिटल प्लेटफॉर्म- स्कूल प्रबंधन प्रणाली (स्कूल मैनेजमेंट सिस्टम- एसएमएस) लागू की गई है।
रक्षा मंत्रालय के रक्षा संपदा महानिदेशालय (डीजीडीई) ने इन-हाउस एसएमएस विकसित किया है,
जिससे 61,943 छात्र और 1,965 शिक्षक लाभान्वित हुए हैं और छावनी तथा आस-पास के क्षेत्रों में
रहने वाले लोगों को सेवा प्रदान कर रहे हैं। मौजूदा समय में यह प्रणाली अंग्रेजी माध्यम में काम
करती है तथा स्थानीय भाषाओं में सेवाएं देने के लिए इसे और विकसित किया जा रहा है।
एसएमएस प्रणाली स्कूल में प्रवेश के लिए माता-पिता को ऑनलाइन आवेदन करने, अपने बच्चों की
प्रगति की निगरानी, शिकायत, डिजिटल मोड में फीस का भुगतान करने आदि में सक्षम बनाती है।
यह पहल उपयोगकर्ता के अनुकूल है और इसके जरिए अभिभावकों के लिए स्थानांतरण प्रमाणपत्र
जारी करने की प्रक्रिया को भी आसान बना दिया गया है। गौरतलब है कि छावनी बोर्ड देश में 62
छावनियों में 20 लाख से अधिक निवासियों को रक्षा मंत्रालय के रक्षा संपदा महानिदेशालय (डीजीडीई)
की ई-छावनी परियोजना के माध्यम से विभिन्न ऑनलाइन नागरिक सेवाएं प्रदान करते हैं।