नई दिल्ली। नागर विमानन मंत्रालय ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय
(आईजीआई) हवाईअड्डे पर यात्रियों भीड़ होने और इससे होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए
आवश्यक कदम उठाये हैं और उम्मीद जतायी है कि जल्द ही यह समस्या सुलझ जाएगी।
नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय में संयुक्त सचिव रुबीना अली, नागर
विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निजी सचिव अभिनव प्रताप सिंह और कुछ अन्य
अधिकारियों ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 का दौरा किया और हर
यात्री एवं बैगेज चेक प्वाइंट का बारीकी से निरीक्षण किया। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के
महानिदेशक आज दौरा करने वाले हैं।
हवाईअड्डा प्रशासन ने बीते दो दिनों में कुछ जरूरी कदम उठाये हैं। हवाई अड्डे के प्रस्थान परिसर में
कार लेन पर वाहनों के यातायात का दबाव नियंत्रित रखने के लिए पहले से तैनात आठ ट्रैफिक
मार्शल की जगह 12 मार्शल तैनात किये गये हैं।
प्रवेश द्वारा पर यात्रियों को बोर्डिंग कार्ड के साथ तैयार रहने की सलाह वाले जागरूकता पोस्टर
लगाये गये हैं और यात्रियों की सहायता के लिए प्रवेश द्वार पर कार्मिकों की तैनाती की गयी है।
सुरक्षा इंतज़ामों में टर्मिनल-3 के घरेलू उड़ान क्षेत्र में अतिरिक्त एक्सरे मशीन लगायी गयी है। सुरक्षा
संबंधी जांच वाले एटीआरएस क्षेत्र में यात्रियों को ट्रे में सामान रखने एवं भीड़ प्रबंधन के लिए
अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया गया है। यात्रियों को क्या करना है और क्या नहीं, यह बताने के
लिए घोषणाएं लगातार की जाने लगीं हैं।
अधिकारियों के अनुसार एयरलाइनों के साथ पीक ऑवर यात्री व्यस्ततम समय पर उड़ानों की संख्या
कम करने को लेकर विचार विमर्श चल रहा है। एक अध्ययन के अनुसार टी-3 में 14, टी-2 में 11
और टी-1 में 8 उड़ानें ही रखीं जाने को कहा गया है। अधिकारियों का कहना है कि उपरोक्त कदमों
से भीड़ पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है। आगे भी इसी प्रकार के कदम उठाए जाएंगे।