बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को अभूतपूर्व तरीके से पांच साल
का तीसरा कार्यकाल मिलना तय लग रहा है क्योंकि शनिवार को उन्हें सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट
पार्टी (सीपीसी) की शक्तिशाली केंद्रीय समिति का सदस्य ‘चुन’ लिया गया।
वहीं, शीर्ष नेतृत्व में बड़े उलट-फेर करते हुए प्रधानमंत्री ली क्विंग सहित कई शीर्ष नेताओं के नाम
इस समिति के सदस्यों की सूची से नदारद हैं।
पांच साल में एक बार होने वाला सीपीसी का महासम्मेलन (कांग्रेस)केंद्रीय समिति के 205 नियमित
और 171 वैकल्पिक सदस्यों के चुनाव के साथ शनिवार को समाप्त हो गया।
केंद्रीय समिति, जिसके सदस्य के तौर पर 69 वर्षीय चिनफिंग चुने गए हैं, उसकी बैठक रविवार को
25 सदस्यीय ‘पॉलिटिकल ब्यूरो’ का चुनाव करने के लिए होगी और वह (पॉलिटिकल ब्यूरो) देश पर
शासन करने के लिए स्थायी समिति के सात या इससे अधिक सदस्यों का चुनाव करेगा।
स्थायी समिति महासचिव का चुनाव करेगी जो पार्टी और देश का नेतृत्व करेगा। पर्यवेक्षकों ने यहां
कहा कि केंद्रीय समिति के लिए चिनफिंग के ‘निर्वाचन’ से तय हो गया है कि वह महासचिव बनने
की राह पर हैं।
चिनफिंग को रिकॉर्ड तीसरा कार्यकाल मिलना तय है और संभव है कि वह जीवनपर्यंत सत्ता में रहें।
इस बीच, उन्होंने अपनी स्थिति और मजबूत करते हुए अपने कई सहयोगियों को केंद्रीय समिति में
शामिल किया है।
केंद्रीय समिति के सदस्यों की सूची में कई नेताओं के नाम गायब हैं जिनमें प्रधानमंत्री ली क्विंग
(67), नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के अध्यक्ष ली झांशु(72), चाइनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव
कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष वांग यांग (67), पूर्व उप प्रधानमंत्री हान झेंग (67) शामिल हैं।
ये सभी नेता निवर्तमान सात सदस्यीय स्थायी समिति के सदस्य थे, जिसके अध्यक्ष चिनफिंग हैं।
ली क्विंग और वांग को उदार माना जाता है। गत 10 साल में चीन की अर्थव्यवस्था को चलाने में
क्विंग ने अहम भूमिका निभाई है और पहले ही वह प्रधानमंत्री पद छोड़ने की घोषणा कर चुके हैं,
जबकि पार्टी ने सेवानिवृत्ति की उम्र 68 साल निर्धारित की है। फिलहाल उनकी उम्र 67 साल है।
अन्य बदलावों में विदेश मंत्री और स्टेट काउंसलर वांग यी को केंद्रीय समिति का सदस्य बनाया गया
है, जबकि पूर्व विदेश मंत्री यांग जियेची को बाहर कर दिया गया है।
स्थायी समिति का रविवार को चुनाव होने के बाद चिनफिंग नयी टीम के अन्य सदस्यों के साथ
मीडिया के सामने आएंगे।
चिनफिंग इस साल सीपीसी प्रमुख और राष्ट्रपति के तौर पर अपना 10 साल का कार्यकाल पूरा कर
रहे हैं। पार्टी संस्थापक माओत्से तुंग के बाद वह पहले चीनी नेता होंगे, जो सत्ता में तीसरे कार्यकाल
तक कायम रहेंगे। माओत्से तुंग ने करीब तीन दशक तक शासन किया था।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि नया कार्यकाल मिलने का अभिप्राय चिनफिंग का भी माओ की तरह
जीवनपर्यंत सत्ता में बने रहना हो सकता है।
महासम्मेलन (कांग्रेस) ने शनिवार को अपने समापन सत्र के दौरान राष्ट्रपति शी चिनफिंग को और
अधिकार देने के लिए अपने संविधान में संशोधन सहित कई प्रस्तावों को पारित किया।