नोम पेन्ह/कंबोडिया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शनिवार को
म्यांमार में रोहिंग्या समुदाय के मानवाधिकारों की बहाली पर जोर दिया। श्री गुटेरेस ने पत्रकारों से
कहा, “मैंने आसियान में म्यांमार में मानवाधिकारों की भयावह स्थिति की निंदा की और देश के
अधिकारियों से सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा करने और लोकतांत्रिक परिवर्तन की ओर लौटने के
लिए प्रक्रिया शुरू करने का आह्वान दोहराया। मैंने देशों से शरणार्थियों की सुरक्षा के लिए क्षेत्रीय ढांचा
विकसित करने का भी आग्रह किया।” उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र इस संबंध में आसियान के साथ
मिलकर काम कर रहा है और दुनिया इस उद्देश्य के लिए आसियान के साथ मिलकर काम करने को
तैयार है। उन्होंने यूक्रेन से अनाज के मुक्त मार्ग की आवश्यकता के बारे में भी बताया। श्री गुटेरेस ने
अपनी प्रस्तुति में जलवायु परिवर्तन से लड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि महासागर
क्षेत्र के कई देश जलवायु परिवर्तन से बुरी तरह प्रभावित हैं। उन्होंने वैश्विक चेतावनी और परिणामी
कठिनाइयों से लड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के बीच अधिक सहयोग पर जोर दिया। श्री गुटेरेस
नोम पेन्ह में चल रहे 40वें और 41वें एशियाई शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कंबोडिया में
हैं। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कर रहे हैं। उनके साथ विदेश मंत्री
डॉ एस जयशंकर और अन्य अधिकारी है।