अल रेयान (कतर)। इंग्लैंड और वेल्स दोनों टीमों के खिलाड़ी फीफा विश्व कप
में अपने ग्रुप के अंतिम मैच से पहले घुटनों के बल खड़े हुए। टीमों ने भेदभाव के खिलाफ लड़ाई में
एकजुटता दिखाने के लिये मंगलवार रात को हुए मैच के दौरान यह भावभंगिमा दिखायी।
इंग्लैंड और वेल्स उन सात यूरोपीय देशों में से एक हैं जिनके कप्तान कतर में टूर्नामेंट में समावेशिता
के समर्थन में अपने हाथ में ‘वन लव’ का आर्मबैंड पहनना चाहते थे। लेकिन फीफा के प्रतिबंध लगाने
की धमकी देने के बाद उन्होंने अपनी योजना रद्द कर दी थी।
इंग्लैंड के कोच गेरेथ साउथगेट ने कहा था कि उनके खिलाड़ी टूर्नामेंट के शुरू में घुटने के बल खड़े
होंगे और टीम ने ग्रुप के सभी तीन मैचों में ऐसा किया और वेल्स ने केवल मंगलवार को घुटने के
बल खड़े होने का फैसला किया।
साउथगेट ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि पूरी दुनिया में युवाओं के सामने यह मजबूत संदेश जायेगा कि
समावेशिता बहुत महत्वपूर्ण है।’’ साथ ही सार्वजनिक तौर पर समलैंगिक होने की बात स्वीकार चुके
ब्रिटेन के खेल मंत्री स्टुअर्ट एंड्रयू ने मैच में शिरकत की और समावेशिता के समर्थन में यह आर्मबैंड
पहनने का फैसला किया।