असम : अन्य राज्यों के स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाएं स्थापित करने की पहल की सराहना

asiakhabar.com | August 27, 2022 | 11:54 am IST
View Details

गुवाहाटी। गुवाहाटी के एक नये पार्क में अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के स्वतंत्रता सेनानियों की
प्रतिमाएं स्थापित करने की असम सरकार की पहल की पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सराहना की है। इस पार्क
का हाल में ही उद्घाटन किया गया था।
अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों ने इस पहल के लिए असम के अपने समकक्ष के प्रति
ट्विटर के माध्यम से आभार व्यक्त किया है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को ‘अमृत उद्यान’ नामक पार्क का उद्घाटन किया था और
इसमें स्थापित आठ आदिवासी सेनानियों की प्रतिमाओं का अनावरण किया।
इनमें अरुणाचल प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी मोजे रीबा भी शामिल हैं, जिन्हें अंग्रेजों ने औपनिवेशिक शासन का
विरोध करने के लिए गिरफ्तार किया था। रानी रोपुइलियानी, जिन्हें करों पर ब्रिटिश हुकूमत के फरमानों के खिलाफ
आवाज उठाने के चलते निधन से दो वर्ष पूर्व तक बंदी बनाकर रखा गया था। मणिपुर के कमांडर बीर टिकेंद्रजीत
सिंह, जिन्हें अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह के चलते फांसी दी गई थी, आदि सेनानियों की प्रतिमाएं शामिल हैं।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ट्वीट किया, “असम के माननीय मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा जी को
गुवाहाटी के अमृत उद्यान में अरुणाचल प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी मोजे रीबा की प्रतिमा का अनावरण करने के
लिए मेरा विशेष धन्यवाद।”
मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरामथांगा ने ट्वीट किया, “माननीय हिमंत विश्व शर्मा जी को हमारे सबसे प्रिय नायकों में
से एक को सम्मानित करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद! यह नेक पहल उत्तर-पूर्वी राज्यों के बीच एकजुटता का
सच्चा प्रतिनिधित्व है।”
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ट्वीट किया, “मैं गुवाहाटी में बीर टिकेंद्रजीत की प्रतिमा के अनावरण के
लिए असम के माननीय मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा जी का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। यह हमारे महान
स्वतंत्रता सेनानी के लिए एक सच्चा सम्मान है, जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी।”
इसके अलावा पार्क में नगालैंड की रानी गाइदिन्ल्यू, जिन्हें अंग्रेजों के प्रतिरोध के लिए गिरफ्तार किया गया था।
रियांग विद्रोह का नेतृत्व करने वाले त्रिपुरा के विद्रोही रतनमणि रियांग की भी प्रतिमा स्थापित की गई है, जिनकी

अगरतला में अंग्रेजों की कैद में रहने के दौरान मौत हो गई थी। सिक्किम की हेलेन लेप्चा उर्फ साबित्री देवी की भी
प्रतिमा स्थापित की गई है।
इसके अलावा, खासी प्रमुख यू तिरोत सिंग सियम, जिन्हें अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिये ढाका भेज दिया गया
था, जहां उनकी मौत हो गई थी। असम के दिमासा नेता शंभुधन फांगलो की प्रतिमा का भी पार्क में अनावरण
किया गया है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *