लखनऊ। अयोध्या में साल 2017 में शुरू हुआ दीपोत्सव का सिलसिला हर
बार नया कीर्तिमान रच रहा है। दीपों की संख्या के आधार पर नये विश्व रिकार्ड स्थापित हो रहे हैं।
इस बार का दीपोत्सव कार्यक्रम इसलिए बेहद खास होने वाला है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद
शामिल होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों में
किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। सुरक्षा से लेकर श्रद्धालुओं के बैठने और अन्य
व्यवस्थाएं ठीक कर ली जाएं।
प्रधानमंत्री रविवार को दीपावली की पूर्व संध्या पर अयोध्या के दौरे पर पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री शाम करीब
पांच बजे श्रीरामलला का दर्शन करेंगे। इसके बाद श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य का जायजा लेंगे। शाम
लगभग 5:45 बजे प्रधानमंत्री प्रतीकात्मक भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक करेंगे। शाम लगभग
6:30 बजे सरयू नदी के न्यू घाट पर आरती देखेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री दीपोत्सव समारोह की
शुरुआत करेंगे।
इस वर्ष दीपोत्सव का छठा संस्करण आयोजित किया जा रहा है। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री
इस समारोह में भाग लेंगे। इस अवसर पर 17 लाख से अधिक दिये जलाए जाएंगे। दीपोत्सव के
दौरान विभिन्न राज्यों के विभिन्न नृत्य रूपों के साथ पांच एनिमेटेड झांकियां और ग्यारह रामलीला
झांकियां भी प्रदर्शित की जाएंगी। प्रधानमंत्री भव्य म्यूजिकल लेजर शो के साथ-साथ सरयू नदी के तट
पर राम की पैड़ी में 3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी देखेंगे।
16 रथ पर सवार होंगे कलाकार
दीपोत्सव में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रामायणकालीन शिक्षा पर आधारित सामाजिक संदेश देने
वाली झांकी होगी। नगर भ्रमण करने वाली झांकियों से संबंधित कलाकार 16 रथ पर सवार होंगे, जो
अपनी कला के जरिये रामायणकालीन दृश्यों को जीवंत करेंगे। इसके अलावा पूरे देश के विभिन्न
जगहों के कलाकार रथ के आसपास नृत्य करते चलेंगे।
अयोध्या के विकास मॉडल पर भी होगी झांकी
इस बार 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से निकाली जाएंगी। पांच झांकियां डिजिटल होंगी, जो
पर्यटन विभाग की ओर से खुले ट्रकों पर निकाली जाएंगी। यह रामायणकालीन दृश्यों पर आधारित
होंगी। इसमें राम मंदिर का मॉडल और 2047 की अयोध्या के विकास का मॉडल पेश किया जाएगा।
अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी राम तीरथ ने बताया कि इस बार दीपोत्सव में कई
राज्य के कलाकारों को शोभायात्रा में सहभागिता करने का अवसर मिलेगा। शोभायात्रा साकेत
महाविद्यालय से सुबह नौ बजे निकलेगी। दोपहर एक बजे दीपोत्सव स्थल पहुंचेगी। एतिहासिक
दोपोत्सव कार्यक्रम के दौरान रामलीला मंचन समेत पौराणिक कथाओं पर आधारित कई सांस्कृतिक
कार्यक्रम भी होंगे। विदेशी कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे तो प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए
कलाकारों की प्रस्तुतियां भी देखने को मिलेंगी। इसके लिए अयोध्या सजधज कर तैयार है। सुरक्षा
व्यवस्था चाकचौबंद है। एसपीजी ने अयोध्या को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।