नई दिल्ली : अजनाला में साजिश के तहत श्री गुरु ग्रंथ साहब सिर पर रखकर जो मौत का तांडव खालिस्तानी मुहिम चलाने वाले अमृतपाल सिंह ने रचा और खाकी पर हमला कर थाने पर कब्जा किया। सीधे तौर पर देश के संविधान व कानून के खिलाफ बगावत है। ऐसे अमृतपाल सिंह का ईलाज गोली है। उपरोक्त शब्द एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रिय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहे। शांडिल्य ने कहा कि जरनैल सिंह भिंडरावाला ने श्री दरबार साहब की आड़ लेकर भारतीय सेना के 90 जवानों को शहीद किया और पंजाब में आतंक फैलाने वाले, पंजाब की सड़कों को पुन: खून से लाल करने वाले, पंजाब में पुन: युवाओं को भड़काकर पंजाब में आतंकवाद फैलाने की साजिश रचने वाले अमृतपाल सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहब सिर पर उठाकर थाने पर धावा बोला। लेकिन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया पंजाब के डीजीपी गौरव यादव व समुचित पंजाब पुलिस को नमन करती है जिन्होंने अपने ऊपर हमला ओंट लिया लेकिन पवित्र गुरु ग्रंथ साहब पर आंच नहीं आने दी। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अमृतपाल सिंह ने हिन्दु सिखों को लड़वाने की साजिश रची और पंजाब पुलिस पर हमला कर देश के संविधान पर हमला बोल दिया और पंजाब सहित देश में हिन्दू और गुरु के सच्चे सिखों में दहशत फैलाने का काम किया। ऐसे व्यक्ति का इलाज या गोली है या जेल है। शांडिल्य ने देश के गृह मंत्री से मांग की है कि अब समय आ गया है जैसे 370 खत्म करने से पहले जम्मू कश्मीर से कट्टरपंथी नेताओं को जेलों में डाला, ऐसे ही अमृतपाल सिंह को एनआईए गिरफ्तार करें और तिहाड़ जेल में डाले और अमृतपाल सिंह का जो भी आदमी खुलेआम पब्लिक प्लेस पर या थाने में या भीड़ में लाइसेंसी बंदूक का इस्तेमाल करता है, उसे देखते ही गोली मार दी जाए और भारतीय सेना के हवाले कर दिया जाएं। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि देश में संविधान खतरे में है और देश की सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट संविधान का सुरक्षा कवच है। इसलिए वह हाईकोर्ट में भी एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की तरफ से जनहित याचिका दायर करेंगे। पंजाब व केंद्र सरकार एक बात समझ ले अबकी बार माहौल पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ या हिमाचल का नहीं बल्कि पूरे देश का खराब होगा। क्योंकि अमृतपाल सिंह को पाकिस्तानी आतंकी संगठनों का संरक्षण है और विदेशों से फंडिंग हो रही है और अब पंजाब के आम आदमी को भी जो कानून, संविधान व तिरंगे से प्यार करता है, उसे अब अमृतपाल सिंह के खिलाफ हथियार उठाने होंगे।