लंदन। महिलाएं बातूनी होती हैं यानी ज्यादा बोलती हैं। रिसर्च में भी यह साबित हो चुका है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक महिला एक दिन में औसत 20 हजार शब्द बोलती है, जबकि पुरुषों के लिए यह आंकड़ा 13,000 शब्द प्रति दिन है।
महिलाओं के ज्यादा बोलने का वैज्ञानिक कारण भी बताया गया है। अमेरिका में मैरिलैंड यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स के मुताबिक, महिलाओं के दिमाग में Foxp2 नामक कैमिकल ज्यादा मात्रा में होता है। Foxp2 एक तरह का लैंग्वेज प्रोटीन है।
Foxp2 के कारण ही लड़कों के बजाए, लड़कियां जल्दी बोलना शुरू कर देती हैं। जरनल ऑफ न्यूरोसाइंस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इसी प्रोटीन के कारण लड़कियों का शब्दकोश ज्यादा होता है।
इसी तरह, ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स’ में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि कामकाजी महिलाएं लंच ब्रेक के दौरान ज्यादा बातें करती हैं। ये ऑफिस आते-जाते अन्जान लोगों से भी बात कर लेती हैं।साइंटिफिक रिपोर्ट्स’ ने सोशियोमीटर्स की मदद से यह अध्ययन किया है। सोशियोमीटर हाथ पर पहने जाने वाली स्मार्टफोन जितनी बड़ी एक डिवाइस है, जो यूजर्स के बोलने का रियलटाइम डाटा जुटाती है।
..लेकिन ऑफिस मिटिंग्स में रहती हैं शांत
इन सबसे इतर Time.com की एक रिपोर्ट में दिलचस्प खुलासा किया गया है। यहां सात यूनिवर्सिटी की फैकल्टी मीटिंग की रिकॉर्डिंग देखने के बाद बताया गया कि ऑफिस मीटिंग्स में महिलाएं कम और पुरुष ज्यादा बोलते हैं।
इन मीटिंग में महिला कर्मचारियों द्वारा बोला गया सबसे लंंबा वाक्य भी पुरुष कर्मचारियों के सबसे छोटे वाक्य से कम था। एक्सपर्ट्स की नजर में ऐसा इसलिए है कि महिलाएं यह नहीं बताना चाहतीं कि वे ज्यादा बोलती हैं। वहीं मीटिंग से बाहर निकलने के बाद कमेंट्स सबसे ज्यादा महिलाएं ही करती हैं।