जम्मू। जम्मू कश्मीर में हुई हिमस्खलन की घटना में मरने वालों की संख्या 8 हो गई है। इसकी पुष्टि करते हुए कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर बशीर खान ने बताया कि अब तक 8 शव बरामद किए जा जा चुके हैं। जानकारी के अनुसार कुपवाड़ा के टंगडार में स्थित साधनाटॉप के पास शुक्रवार को हुए इस हिमस्खलन में तीन गाड़ियां आ गईं थीं।
इन गाड़ियों में करीब कई लोग सवार थे जो हिमस्खलन के हाद लापता थे। इनमें से दो को सेना के राहत और बचाव दल ने निकाल लिया था वहीं बाकि की तलाश जारी थी। शनिवार को जारी बचाव कार्यों के दौरान टीम ने 5 शव बरामद कर लिए थे व दो अन्य लापता लोगों की तलाश जारी थी।
सेना व पुलिस ने युद्धस्तर पर राहत अभियान चला रखा है, लेकिन खराब मौसम बाधा बना हुआ है। जानकारी के अनुसार, कुपवाड़ा से सात स्थानीय लोगों को लेकर टंगडार जा रही लाल रंग की सूमो गाड़ी जब साधनाटॉप इलाके से गुजर रही थी तो पहाड़ से हुए हिमस्खलन की चपेट में आने से वह नीचे जा गिरी और बर्फ में दब गई। इस वाहन के पीछे आ रहे एक अन्य यात्री वाहन में सवार एक बच्चे सहित तीन लोगों ने जब अपने सामने यह हादसा होते देखा तो बचाने के लिए आगे बढ़े, लेकिन पहाड़ से हुए हिमस्खलन की चपेट में आने से वह भी बर्फ में दब गए।
इसी दौरान टंगमर्ग से कुपवाड़ा जा रहा बीकन विभाग का एक अन्य वाहन भी हिमस्खलन की चपेट में आ गया। इसमें सवार दो बीकन कर्मियों में एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। तीन वाहनों के हिमस्खलन की चपेट में आने की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद बर्फ में दबे लोगों को तलाशने के लिए युद्धस्तर पर अभियान शुरू हुआ।
काफी मशक्कत व विपरीत मौसमी परिस्थितियों के बीच सात साल के एक बच्चे और बीकन कर्मचारी को घायल हालत में बाहर निकाल लिया गया। बच्चे की हालत स्थिर बताई जा रही है। कुछ देर बाद एक बीकन कर्मी का शव भी बरामद हो गया, लेकिन नौ लोगों का देर शाम तक कोई सुराग नहीं मिला। मारे गए बीकन कर्मचारी की पहचान मंगल प्रसाद सिंह (47) पुत्र शिव राज सिंह, निवासी अयर सरैया, वाराणसी, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।