अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर मनस्थली “मनशक्ति- वी फॉर वूमनहुड” कार्यक्रम का कर रहा है आयोजन

asiakhabar.com | March 6, 2025 | 5:18 pm IST
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नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के उपलक्ष्य पर मनस्थली ने “मनशक्ति – वी फॉर वूमनहुड” कार्यक्रम आयोजित करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। यह कार्यक्रम हेल्थकेयर सेक्टर में महिलाओं को जोड़ने, नेटवर्किंग करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए समर्पित एक विशेष महिला-केंद्रित कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम 8 मार्च, 2025 को शाम 6 बजे आयोजित होगा।
महिला हेल्थकेयर चिकित्सकों के बीच एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित इस वार्षिक कार्यक्रम में महिलाओं को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मनोसामाजिक (साइकोसोशल) और स्वास्थ्य मुद्दों पर गहन चर्चाएं होंगी और इंटरैक्टिव सेशन भी आयोजित होंगे।
इस वार्षिक कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. ज्योति कपूर के मुख्य भाषण से होगी। यह कार्यक्रम महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रोफेसनल वेलबीइंग को बढ़ावा देने के लिए सभी महिलाओं को एकजुट करने के प्रयास के लिए एक मंच तैयार करेगा। इसके बाद ‘मन संवाद’ होगा, जिसके तहत एक पैनल चर्चा होगी। चर्चा में कामकाजी महिला क्लाइंट्स के सामने आने वाली चुनौतियों, गलत व्यवहार के मामलों के लिए शिक्षा और कार्रवाई, पारिवारिक जिम्मेदारियों को प्राथमिकता देते वाली महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा और हेल्थकेयर में साथी महिलाओं का समर्थन करने में महिला डॉक्टरों की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को शामिल किया गया है। प्रतिष्ठित पैनलिस्ट में डॉ. अल्मा चोपड़ा – वीमेन डिसेबिलिटी एक्टिविस्ट; डॉ. अंजलि कुमार – संस्थापक, मैत्री वुमन; डॉ. इंदु बंसल – ग्रुप डायरेक्टर और एचओडी, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, पारस हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड गुड़गांव शामिल हैं।
इस कार्यक्रम को एक नई दिशा देते हुए डॉ. शम्भवी दास के नेतृत्व में मनस्थली के वेलनेस स्टूडियो स्पेशल – माया (म्यूजिक-आर्ट-योग-अवेयरनेस) में सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए म्यूजिक, आर्ट और योग को एकीकृत करने वाला एक इमर्सिव सेशन भी आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए, डॉ. ज्योति कपूर ने हेल्थकेयर में महिलाओं के सामने आने वाली अनूठी चुनौतियों का समाधान करने के लिए इंटीग्रेटेड दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मनशक्ति का उद्देश्य एक साथ खड़े होना, एक-दूसरे को सशक्त बनाना और प्रोफेसनल और पर्सनल क्षेत्रों में महिलाओं की मानसिक और शारीरिक भलाई को बेहतर बनाने के लिए उचित कदम उठाना है। यह महिलाओं द्वारा अन्य महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल है। हम अपनी नारीत्व और अपनी विशेष स्त्रीत्व विशेषताओं पर गर्व करते हैं। हम शारीरिक क्षमताओं में पुरुषों के साथ मुकाबला नहीं करते हैं बल्कि आपसी विकास और उन्नति के लिए उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की वकालत करते हैं।”


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