चेन्नई। गुजरात चुनाव से फ्री होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दक्षिण भारत के चक्रवात ओखी से पीड़ित लोगों की याद आई। राहुल गांधी गुरुवार को तमिलनाडु पहुंचे और पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मैं यहां नहीं था लेकिन मेरी अात्मा यहां थी, मैं यहां इस आपदा में जान गंवा चुके लोगों को श्रद्धांजलि देने आया हू।
राहुल ने केरल में प्रभावित मछुआरों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि ऐसी प्राकृतिक आपदा के बाद मछुआरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। आप हर रोज मुश्किलों का सामना करते हैं, मुश्किलों भरी जिंदगी जीते हैं और बाद में सब कुछ खत्म हो जाता है।
उन्होंने कहा कि मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं जिन्होंने इस विपदा में अपने परिवार के सदस्यों को खोया है। बता दें कि राहुल गांधी केरल में ओखी तूफान आने के बाद वहां के लोगों पर आए संकट पर बोल रहे थे।
राहुल ने कहा कि मुझे लगता है कि समय आ गया है कि केंद्रीय स्तर पर मछुआरों के लिए भी एक मंत्रालय होना चाहिए, ताकि उनकी परेशानियां तत्काल और समय रहते जल्द से जल्द से सुलझाया जा सके। उन्होंने तमिलनाडु में भी ओखी प्रभावितों से मुलाकात की। यहां उन्होंने कन्याकुमारी के प्रभावित मछुआरों के परिवारों से भी मुलाकात की।
राहुल गांधी ने इस दौरान कहा, ‘मैं यहां शारीरिक रूप से नहीं था लेकिन अपनी आत्मा से मैं यहीं था। मैं यहां उनके लिए सम्मान प्रकट करने आया हूं जिन्होंने इस मुश्किल घड़ी का सामना करते हुए अपनी जान गंवा दी।’