बेंगलुरु। अगर पांच बार की आईपीएल चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) चाहती है कि एमएस धोनी को एक अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर रिटेन किया जाए तो उनका रास्ता बिल्कुल साफ़ है।
ऐसा इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि आईपीएल ने फ़ैसला लिया है कि वह अपने 2008 के एक नियम को वापस लाएगी। उस नियम के तहत अगर कोई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी पांच साल पहले रिटायर हुआ हो तो उसे अनकैप्ड प्लेयर माना जाएगा। इस नियम का प्रयोग कभी नहीं किया गया था और इसे 2021 में हटा दिया गया था। हालांकि अनकैप्ड खिलाड़ियों पर व्यापक चर्चा के दौरान आईपीएल ने सभी फ्रेंचाइजी को सूचित किया कि वह इस नियम को वापस ला रही है।
खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए आईपीएल ने फ्रेंचाइजी को जो नियम बताए हैं, उसमें लिखा है, “अगर किसी कैप्ड भारतीय खिलाड़ी ने पांच कैलेंडर वर्षों से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हिस्सा नहीं लिया है और वह बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध में शामिल नहीं है तो उसे अनकैप्ड खिलाड़ी की श्रेणी में रखा जाएगा। यह केवल भारतीय खिलाड़ियों के लिए लागू होगा।”
2022 की मेगा नीलामी से पहले धोनी को सीएसके ने दूसरे खिलाड़ी के रूप में 12 करोड़ रुपये में रिटेन किया था। जुलाई में धोनी 43 वर्ष के हो चुके हैं। उन्होंने 2020 में संन्यास लेने के बाद से केवल आईपीएल में ही हिस्सा लिया है। यदि सीएसके अब उन्हें अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में रिटेन करने का फ़ैसला करती है, तो धोनी को 4 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा।
पिछले कुछ सीज़न से यह चर्चा लगातार होती रही है कि क्या धोनी का अंतिम आईपीएल सीज़न है? 2023 में घुटने की सर्जरी कराने के बाद उन्होंने आईपीएल 2024 से पहले सीएसके की कप्तानी ऋतुराज गायकवाड़ को सौंप दी थी। बल्लेबाज़ी में वह काफ़ी कम गेंदों का सामना करने आते थे। हाल ही में एक कार्यक्रम में धोनी ने कहा था कि वह और सीएसके, खिलाड़ियों के रिटेंशन नियम आने के बाद अपने भविष्य के बारे में फ़ैसला लेंगे।