नई दिल्ली। ‘सब को प्यार’ ‘सब की सेवा’ व ‘जिओ और जीने दो’ के आदर्श भाव के साथ सामाजिक कल्याण, जीव कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, चिकित्सा, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण सुरक्षा एंव जल सरंक्षण सहित विभिन्न क्षेत्रों के अंतर्गत भारत में 350 से अधिक शाखाओं के माध्यम से सेवा में योगभूत प्रतिष्ठित संस्थान महावीर इंटरनेशनल को ई एस जी रिसर्च फाउंडेशन के द्वारा नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में पृथ्वी पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार संस्था को पूर्ण पारदर्शिता के साथ कार्य करने, अपने सभी कर्मचारियों तथा लाभान्वित लोगों के कल्याण के लिए कार्य करने तथा देश में पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करके कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए संस्था को प्रदान किया गया है।
महावीर इंटरनेशनल संस्था के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सीए वीर अनिल जैन ने संस्था की और से उपरोक्त पुरस्कार प्राप्त किया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण एवं अन्य सेवाओं के अंतरराष्ट्रीय निदेशक वीर रवींद्र कुमार जैन साथ थे। वीर अनिल जैन ने बताया कि हम अपने स्वर्ण जयंती वर्ष में चल रहे हैं, हम ई- चौपाल, दोस्ती से सेवा की और, कपड़े की थैली, मेरी सहेली, वात्सल्य प्रोजेक्ट जैसे अनेक महत्वपूर्ण सेवा कार्यों के माध्यम से भारत के विभिन्न शहरों-कस्बों में सेवारत हें। ये उल्लेखनीय है कि एनवायरमेंट सोशल और गवर्नेंस (ई एस जी) तीनों मानकों पर खरी उतरती है। पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेश प्रभु, विशेष अतिथि नीति आयोग पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार, गेल इंडिया के अध्यक्ष संदीप गुप्ता सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के सीईओ एम वी राव, पर्यावरण कार्यकर्ता एवं फिल्म कलाकार विवेक आनंद ओबेरॉय, ई आर एफ के फाउंडर और डायरेक्टर अतुल कुमार गुप्ता ,दीपक बत्रा व प्रवीण गर्ग ने महावीर इंटरनेशनल को इस उपलब्धि हेतु बधाई दी।
नई दिल्ली के होटल अशोक में आयोजित इस पुरस्कार वितरण कार्यक्रम से पूरे दिन भर ग्लोबल ई एस जी कॉन्फ्रेंस का आयोजन रहा। इसमें डॉक्टर जस्टिस विनीत कोठारी , फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर जनरल दीपक जैन , केनरा बैंक के पूर्व सीएमडी राजीव किशोर दुबे सहित अनेक बैंकों तथा उद्योग संगठनों के प्रतिनिधियों ने ई एस जी पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
गौरतलब है कि ई एस जी ग्लोबल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारत में कार्बन फुटप्रिंट कम करने, नेट जीरो का टारगेट 2070 तक प्राप्त करने, छोटे बड़े सभी उद्योगों के द्वारा समय पर निष्पक्षता पूर्ण रिपोर्टिंग करने, अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य तथा संपूर्ण कल्याण के लिए कार्य करने, ग्राहकों को उच्च क्वालिटी की वस्तुएं उपलब्ध करवाने तथा पर्यावरण के अनुकूल अपनी कंपनी की संपूर्ण व्यवस्थाएं करने के लिए प्रेरित करने जागरूक करने हेतु किया गया। इसमें बताया गया कि किसी भी उद्योग को प्रॉफिट ,पब्लिक और प्लेनेट तीनों का ध्यान रखते हुए कार्य करने के लिए अपनी योजनाएं बनाकर उसको संचालित करना चाहिए। फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर जनरल दीपक जैन ने बताया कि छोटे उद्योगों में पर्यावरण के अनुकूल टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के लिए, कार्बन उत्सर्जन में नेट जीरो के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कम से कम 5 लाख करोड रुपए की फंड की आवश्यकता रहेगी, इसमें सरकार को सहायता करनी चाहिए।