नई दिल्ली:देश विदेश में नागरी लिपि का प्रचार प्रसार करने वाली प्रतिनिधि संस्था नागरी लिपि परिषद अपने सत्प्रेरक आचार्य विनोबा भावे की जन्म जयंती 11सितंबर को नागरी दिवस के रूप में मनाएगी। यह जानकारी नागरी लिपि परिषद के महामंत्री डॉ हरिसिंह पाल ने एक आभासी प्रेसवार्ता में बताया कि परिषद ने आचार्य विनोबा भावे की जन्म शताब्दी पर 1995 में नागरी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। इसका प्रस्ताव तत्कालीन राज्यसभा सांसद और प्रख्यात सर्वोदयी नेता सुश्री निर्मला देशपांडे ने किया था,जिसे परिषद की कार्यसमिति ने यथावत स्वीकार कर लिया था।
इस वर्ष नागरी लिपि दिवस समारोह दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय, यमुना विहार में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा। इसमें यूके हिंदी समिति, लंदन की सुश्री दिव्या माथुर और साझा संसार, नीदरलैंड्स के डॉ रामा तक्षक मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे। नागरी लिपि परिषद के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति डॉ प्रेमचंद पातंजलि समारोह की अध्यक्षता करेंगे। आभासी रूप से देश विदेश के अनेक नागरी सेवी उपस्थित रहेंगे। समारोह की आयोजना में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो सदानंद प्रसाद, हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो चित्रा रानी और हिंदी विभाग के प्रो रामप्रकाश द्विवेदी और उनके विद्यार्थी सहयोग करेंगे। रक्षा मंत्रालय के पूर्व हिंदी अधिकारी और परिषद के कोषाध्यक्ष आचार्य ओमप्रकाश संगोष्ठी का संचालन करेंगे। कार्यालय मंत्री श्री अरुण कुमार पासवान नागरी लिपि परिषद के लक्ष्यों एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डालेंगे। महाविद्यालय ने इस अंतरराष्ट्रीय समारोह के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी शुरु कर दी है।