सेहतमंद बने रहने के लिए शरीर को कॉपर की कम मात्रा में जरूरत होती है। यह शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाने के साथ मेंटल हेल्थ को सपोर्ट करता है। इसके अलावा कॉपर हीमोग्लोबिन के संश्लेषण के लिए भी जरूरी माना जाता है।
जब भी हेल्दी डाइट की बात होती है, तो खासतौर पर लोग सबसे पहले माइक्रो न्युट्रिएंट्स के इनटेक पर ध्यान देते हैं। जबकि शरीर के लिए माइक्रो न्युट्रिएंट्स भी इतने ही जरूरी होते हैं, जितना कि कॉपर। सेहतमंद बने रहने के लिए शरीर को कॉपर की कम मात्रा में जरूरत होती है। यह शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाने के साथ मेंटल हेल्थ को सपोर्ट करता है। इसके अलावा कॉपर हीमोग्लोबिन के संश्लेषण के लिए भी जरूरी माना जाता है।
कॉपर की कमी से लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन खराब हो सकता है। वहीं शरीर में आयरन के अवशोषण और उपयोग में भी यह शामिल होता है, जो इम्यून सिस्टम के लिए भी अच्छा होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो एक वयस्क को रोजाना 900 एमसीजी कॉपर लेना चाहिए। क्योंकि यह एक जरूरी मिनरल होता है, जिसको आपको अपनी डाइट में शामिल करना होगा। क्योंकि हमारा शरीर इसे स्वयं उत्पन्न नहीं कर सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि डाइट में कॉपर रिच फूड्स शामिल करने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद
व्हाइट ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन और एक्टिविटी में भी कॉपर शामिल होता है। इसलिए यह इम्यून सिस्टम के लिए काफी जरूरी माना जाता है। जब आप अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में कॉपर रिच फूड्स को शामिल करते हैं, तो यह संक्रमण से लड़ने और इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक होता है।
ब्रेन हेल्थ के लिए आवश्यक
इसके अलावा ब्रेन हेल्थ के लिए भी कॉपर जरूरी माना जाता है। क्योंकि अगर आपकी डाइट में कॉपर रिच फूड्स शामिल नहीं होते हैं, इसका सीधा असर ब्रेन फंक्शन पर देखने को मिल सकता है। बता दें कि कॉपर की कमी से ब्रेन और नर्व्स का सही तरह से विकास नहीं होता पाता है। जिससे अल्जाइमर रोग का भी खतरा बढ़ता है।
आयरन को अब्जॉर्ब करने में सहायक
कॉपर का सेवन इसलिए भी फायदेमंद है, क्योंकि यह आपकी बॉडी में आयरन एब्जॉर्व करने और इसके उपयोग में सहायता करता है। रेड ब्लड सेल्स और हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आयरन को आसानी से इस्तेमाल लायक बनाता है। क्योंकि जब आप पर्याप्त मात्रा में कॉपर लेते हैं, तो इससे शरीर में आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया को रोकने या फिर कम करने में सहायक होती है।
बोन हेल्थ के लिए जरूरी है कॉपर
बता दें कि बोन हेल्थ के लिए भी कॉपर काफी जरूरी माना गया है। टिश्यू के निर्माण और रखरखाव में यह बोन शामिल होता है। यह ऑस्टियोब्लास्ट की एक्टिविटी को स्टिम्यूलेट करने में सहायक होता है। ऑस्टियोब्लास्ट बोन सेल्स होती हैं, जो हड्डियों के निर्माण के साथ बोन मैट्रिक्स में कोलेजन फाइबर के क्रॉस-लिंकिंग को सपोर्ट करने का काम करती है। इसलिए जब आप कॉपर रिच फूड्स का सेवन करते हैं, तो आपकी बोन डेंसिटी इंप्रूव होती है और हड्डियों को मजबूती मिलती है।
एनर्जी
कॉपर कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा के मेटाबॉलिज्म में शामिल होता है, जो शरीर की ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है। यह भोजन को एनर्जी में बदलने के साथ ओवरऑल मेटाबॉलिक फंक्शन को सपोर्ट करने और थकान को रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में कॉपर लेना आवश्यक है।
(डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।)