हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में दृष्टिबाधित लड़की का कथित रूप से यौन शोषण करने वाले एक संस्थान के संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड (नैब) के 60 वर्षीय संचालक श्याम धानक को शुक्रवार शाम हल्द्वानी के दमुवाढूंगा बंदोबस्ती स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया गया।
संस्थान में रहने वाली कुछ नाबालिग लड़कियों ने धानक के खिलाफ अपनी शिकायत किसी तरह से नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तक पहुंचाई थी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को जांच करने के निर्देश दिए। आरोपों के सही पाए जाने के बाद धानक को गिरफ्तार किया गया।
धानक काफी लंबे समय से दृष्टिबाधित और मूक-बधिर बच्चों की आवासीय संस्था नैब का संचालन कर रहा था। जांच में पता चला कि उसने बच्चियों से यह बात किसी को नहीं बताने को कहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कथित यौन शोषण का विरोध करने पर मासूमों के साथ मारपीट की जाती थी और उन्हें खाना भी नहीं दिया जाता था।
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि बच्चियों के पास मोबाइल फोन या संचार का कोई अन्य साधन नहीं रहता था, इसलिए वहां की बालिकाओं ने किसी तरह से किसी व्यक्ति के माध्यम से जुलाई में एक पत्र पुलिस को भेजवाया।
सूत्रों के मुताबिक, पत्र मिलने के बाद पुलिस ने एक-डेढ़ महीने तक मामले की जांच की और आरोपों को सही पाए जाने के बाद धानक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उन्होंने बताया कि धानक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376, 504, 354 और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। नैब में वर्तमान में 113 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार, मामले में संस्थान के अन्य बच्चों से भी पूछताछ की जा रही है और उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस ने पीड़ित नाबालिग की मेडिकल जांच कराने के बाद धारा 164 के तहत उसके बयान दर्ज कर लिए हैं। पुलिस ने बताया कि धानक को शनिवार को पॉक्सो अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे जेल भेज दिया।